'मेरा शरीर टूट चुका था, मैं मशीन नहीं हूं'
साल 2010 में लॉर्ड्स में कुख्यात स्पॉट फिक्सिंग कांड के दौरान आमिर का करियर खराब हो गया। उन्होंने 2016 एशिया कप में बांग्लादेश में अपनी वापसी की। स्पीडस्टर ने कहा कि उन्होंने गति और स्विंग खो दी, जिसके कारण उन्हें डर था कि उनका करियर एक-दो साल में खत्म हो सकता है। आमिर ने एक साक्षात्कार में सकलेन मुश्ताक को बताया, ''मुझे पता है कि अगर मैं विशेष रूप से तीनों फाॅर्मेट खेलता हूं, तो मेरा शरीर ज्यादा समय तक साथ नहीं दे पाएगा। उस समय मेरा शरीर इतना टूट गया था कि सोशल मीडिया पर लोग कहने लगे कि आमिर की गति कम है और उन्हें लय नहीं मिल रही है। लेकिन बात ये थी कि मेरा शरीर टूट चुका था, मैं मशीन नहीं हूं जो लंबे समय बाद वापसी करते हुए तीनों फाॅर्मेट में जोर लगा सकूं। अगर टेस्ट खेलता तो 2 साल में मेरा करियर खत्म हो जाता।''
विश्व कप ना खेलने का है दुख
पिछले साल इंग्लैंड में हुए वनडे विश्व कप में पीसीबी ने आमिर को टीम में नहीं चुना था। आमिर को टीम का हिस्सा ना बनने का दुख है। आमिर ने कहा, "विश्व कप में ना खेलना मेरे लिए एक बड़ा झटका था और मुझे लगा कि अब मैं एक ऐसे मंच पर पहुंच गया हूं, जहां मैं टूर्नामेंट खेलने के लिए मर रहा हूं और मैं गिरा रहा हूं इसलिए मुझे अपने क्रिकेट के बारे में फैसला करना पड़ा और मैं कैसे अगले 5/6 वर्षों के लिए शीर्ष स्तर पर रख सकता हूं।''
ऐसा है करियर
आमिर ने पाकिस्तान के लिए 36 टेस्ट खेले, जिसमें 119 विकेट हासिल किए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 44 रन देकर छह विकेट रहा। उन्होंने चार बार पारी में पांच विकेट लिए। वर्ल्ड कप 2019 में चटकाए थे 8 मैचों में 17 विकेट मोहम्मद आमिर वनडे क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने वर्ल्ड कप 2019 में खेले 8 मैचों में 17 विकेट चटकाए थे। इस दौरान उनकी इकोनॉमी रेट महज 4.90 की थी। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 59 मैच खेलकर 77 विकेट चटकाए हैं।