अहमदाबाद। भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 3-1 से इंग्लैंड की हार को अभी भी इंग्लैंड की टीम और पूर्व दिग्गज क्रिकेटर भूल नहीं पा रहे हैं। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने एक बार फिर से इंग्लैंड की रोटेशन पॉलिसी की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सीरीज के बीच में खिलाड़ियों को रोटेट करना ठीक नहीं है। भारत के खिलाफ सीरीज के बीच में इस तरह का फैसला कतई ठीक नहीं था। बता दें कि चौथे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को एक पारी और 25 रन से मात दी थी।
डेली मेल में एक लेख के जरिए नासिर हुसैन ने इंग्लैंड के प्रदर्शन की आलोचना की है। उन्होंने लिखा कि इंग्लैंड की सबसे बड़ी दिक्कत टीम चयन, रोटेशन पॉलिसी या फिर आराम नहीं है, बल्कि बेहद व्यस्त शेड्यूल है। एक साल के भीतर 17 टेस्ट मैच,ऐतिहासिक भारत और ऑस्ट्रेलिया का दौरा, टी-20 वर्ल्ड कप, दो आईपीएल। मैं इस बात से सहमत हूं और समझता हूं कि ईसीबी अपने खिलाड़ियों की देखरेख कर रहा है। यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह अपने खिलाड़ियों का खयाल रखे और उन्होंने खिलाड़ियों की मेंटल हेल्थ को देखते हुए रोटेशन पॉलिसी को अपनाया।
हुसैन ने कहा कि लेकिन रोटेशन पॉलिसी की दिक्कत यह है कि यह समय रोटेशन का नहीं है। भारत में टेस्ट सीरीज सबसे अहम सीरीज में से एक थी। इंग्लैंड ने इस दौरान रोटेशन पॉलिसी के चलते अच्छी चुनौती पेश नहीं की। इंग्लैंड के विकेटकीपर जॉस बटलर को चौथे टेस्ट मैच में आराम दिया गया था और भारतीय विकेट कीपर ऋषभ पंत शतक लगा रहे थे। नासिर हुसैन ने कहा कि पंत अहमदाबाद में हर तरफ शॉट खेल रहे ते और जॉस बटलर जोकि यह करने में सक्षम थे उन्हें मैच में आराम दिया गया था, जोकि देखने में अच्छा नहीं लगता है।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने कहा कि मुझे गलत मत समझिए, अगर कोई खिलाड़ी अगर मैच नहीं खेल पाया तो इसकी वजह हो सकती है। लेकिन बतौर एक खिलाड़ी आप जो फैसला लेते हैं परिणाम भी होते हैं। ऐसे में खिलाड़ियों को इन फैसलों की जिम्मेदारी भी लेने की जरूरत है। बता दें कि चौथे टेस्ट मैच में पंत के शकत की बदौलत मुश्किल में खड़ी भारतीय टीम ने ना सिर्फ पहली पारी में बढ़त हासिल की बल्कि वॉशिंगटन सुंदर की बल्लेबाजी की बदौलत बढ़त को और बड़ा किया और मैच में जीत हासिल की।
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