इन्हें किया आउट
विंडीज की पारी के लिए छठा ओवर सैनी फेंकने आए। सैनी का यह अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला ओवर रहा। सैनी के ओवर की चौथी गेंद पर निकोलस पूरन अपना कैच विकेट के पीछे ऋषभ पंत को थमा बैठे। इसके बाद शिमरोन हेटमायर अपनी पहली ही गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। इसी के साथ सैनी टी20 में प्रज्ञान ओझा के बाद भारत की ओर से डेब्यू मैच के पहले ओवर में दो विकेट चटकाने वाले दूसरे गेंदबाज बन गए। ओझा ने 2009 में ट्रेंट ब्रिज में बांग्लादेश के खिलाफ यह करिश्मा किया था।
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टी-20 मैच खेलने वाले 80वें खिलाड़ी बने
सैनी ने इस मैच में 4 ओवर फेंके, जिसमें उन्होंने 4.25 की इकॉनमी से महज 17 रन देकर 3 विकेट झटके। इस दौरान सैनी ने पारी का आखिरी ओवर मेडन भी निकाला। उन्होंने लगातार 145 किमी प्रति घंटे से तेज गेंद फेंक कर अपनी अलग पहचान बनाई है। उन्हें इससे पहले पिछले साल अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच के लिए टीम में मौका मिला था लेकिन प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने में असफल रहे। वह भारत के लिए टी-20 मैच खेलने वाले 80वें खिलाड़ी हैं। नवदीप सैनी ने अभी तक 34 टी-20 मैच खेले हैं और इसमें उनके नाम 30 विकेट दर्ज हैं। आईपीएल 2019 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु के लिए खेलते हुए 13 मैचों में 11 विकेट लिए थे। इन्हीं प्रदर्शन की वजह से उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली है।
ऐसे मिली थी IPL में जगह
नवदीप सैनी हरियाणा के करनाल से एक आम परिवार से आते हैं। दादा करम सिंह फ्रीडम फाइटर रहे हैं और वे नेताजी सुभाषचंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में थे। क्रिकेट खेलने का जुनून तो था मगर इसे आगे खेलने के लिए न तो गाइडेंस थी और न ही पैसा। टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने दूर-दूर तक जाते थे। वहां से जो पैसा मिला उससे करनाल प्रीमियर लीग में खुद को रजिस्टर करवाया। यहां नजर पड़ी दिल्ली के मीडियम फास्ट बॉलर सुमित नरवाल की। नरवाल ही नवदीप को दिल्ली लेकर गए थे। घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के दम पर आईपीएल की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू में नवदीप को जगह मिली।