इंग्लैंड ने की मजबूत शुरुआत, कीवियों पर मिली शानदार बढ़त
25 मार्च 1955 को ऑकलैंड के मैदान पर खेले गये इस मैच में कीवी टीम ने जॉन रीड 73 रन और सलामी बल्लेबाज बेट सटक्लिफ ने 49 रनों की पारी की बदौलत पहले खेलते हुए 200 रन बनाये थे। जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम ने 246 रन बनाये और 46 रनों की बढ़त हासिल की। अपना आखिरी मैच खेल रहे इंग्लैंड के कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज लेन हटन ने इस मैच में 143 गेंदों का सामना किया और 53 रनों की पारी खेली। इंग्लैंड के लिये ब्रायन स्टेथम ने 4 विकेट हासिल किये और कीवी टीम को दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिये बुलाया।
लगातार विकेट खोती रही कीवी टीम, नाम किया शर्मनाक रिकॉर्ड
दूसरी पारी में 46 रनों की बढ़त का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम को अंदाजा ही नहीं था कि आज वो क्रिकेट इतिहास का सबसे शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम करने जा रही है। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज कीवी टीम के 6 रन के स्कोर पर पहला झटका दिया और गॉर्डन लोगार्ट को कप्तान हटन के हाथों कैच कराया।
इसके साथ ही विकेट गिरने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह थमा नहीं। न्यूजीलैंड लगातार विकेट खोता रहा और उसकी टीम के चार बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सके। सलामी बल्लेबाज ब्रेट सटक्लिफ के अलावा किसी ने भी दहाई के आंकड़ो को पार नहीं किया। सटक्लिफ ने 11 रन बनाए। और पूरी कीवी टीम 27 ओवर खेलकर महज 26 रनों पर ऑल आउट हो गई।
बॉब एप्लीयार्ड बने सबसे सफल गेंदबाज, 20 रन और पारी से जीता इंग्लैंड
इस मैच में इंग्लैंड के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज बॉब एप्लीयार्ड सबसे सफल गेंदबाज बनें जिन्होंने 6 ओवर में 7 रन देकर कीवी टीम के 4 बल्लेबाजों को वापस पवेलियन भेजा। वहीं पहली पारी मे 4 विकेट लेने वाले स्ताथम ने दूसरी पारी में भी 3 विकेट हासिल किये। टायसन के साथ दो और बाएं हाथ के स्पिनर जॉनी वॉर्डली ने भी एक विकेट लिया।
इंग्लैंड की टीम ने यह मुकाबला पारी और 20 रन से जीता और इसके साथ ही दो टेस्ट मैचों की सीरीज में कीवी टीम का सूपड़ा साफ कर दिया।