नई दिल्ली। न्यूजीलैंड को आईसीसी विश्व कप फाइनल मैच में आईसीसी के अनोखे नियम का शिकार होकर खिताब से दूर होना पड़ा। लाॅर्ड्स मैदान पर हुए मैच में निर्धारित ओवरों और सुपर ओवर के बाद भी स्कोर बराबर रहने के बाद चौकों-छक्कों की संख्या के आधार पर इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया। इसके बाद क्रिकेट जगत में आईसीसी के इस नियम की आलोचना हुई। दिग्गज क्रिकेटरों ने माना कि आईसीसी के खराब नियम के चलते न्यूजीलैंड खिताब से जीतने से चूका। वहीं अब न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड का कहना है कि आईसीसी को ट्राॅफी दोनों टीमों के बीच शेयर करनी चाहिए।
स्टीड ने आईसीसी विश्व कप नियमों की समीक्षा की मांग करते हुए कहा कि वह अजीबोगरीब तरीके से विश्व कप फाइनल में इंग्लैंड से मिली हार के बाद 'काफी खोखला' महसूस कर रहे हैं। स्टीड ने कहा, ''काफी खोखला महसूस कर रहा हूं क्योंकि 100 ओवर के बाद स्कोर बराबर रहने के बाद भी आप हार गए। लेकिन खेल की यह तकनीक बेहद खराब है।'' उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि जब नियम लिखे जा रहे होंगे तो किसी ने नहीं सोचा होगा कि विश्व कप फाइनल ऐसा भी हो सकता है। इसकी जरूर समीक्षा होगी और वे कई तरीके तलाशेंगे।
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कोच ने इस बात को खारिज किया कि बेन स्टोक्स के बल्ले से लगकर गए ओवरथ्रो पर इंग्लैंड को अतिरिक्त रन दिया गया। पूर्व अंपायर साइमन टोफेल ने कहा था कि बल्लेबाजों को पांच रन ही दिये जाने चाहिये थे। स्टीड ने कहा, ''मुझे इस बारे में नहीं पता लेकिन अंपायर आखिर में फैसले लेने के लिये ही हैं। वे भी खिलाड़ियों की तरह इंसान है और कई बार गलती हो जाती है। यह खेल का मानवीय पहलू है।''
बता दें कि न्यूजीलैंड ने टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लेते हुए इंग्लैंड के सामने 242 रनों का लक्ष्य रखा था। हेनरी निकोलस ने 55 तो टाॅम लाथम ने 47 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड टीम ने भी जोस बटलर की नाबाद 84 रनों की पारी की बदाैलत 50 ओवर में 241 रन बनाकर मैच टाई कर दिया। फिर जीत का फैसला सुपरओवर के टाई होने के बाद मैच में ज्यादा लगी बाउंड्री के साथ हुआ। यानि कि मैच में ज्यादा बाउंड्री लगाने वाली टीम विजयी घोषित हुई।