नई दिल्ली। क्रिकेट की सर्वोच संस्था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(आईसीसी) उस समय आलोचनाओं से घिर गई थी जब उन्हें विश्व कप फाइनल में इंग्लैंड को सर्वाधिक बाउंड्री लगाने के आधार पर विजयी घोषित कर न्यूजीलैंड के सपनों को चकनाचूर किया था। नियमित ओवर और फिर सुपर ओवर में भी मुकाबला टाई रहने के बाद नतीजे के लिए इस अनोखे नियम का सहारा लिया गया था।
मौजूदा और पूर्व खिलाड़ियों ने हालांकि इस नियम की काफी आलोचना की थी। यहां वेस्टपैक स्टेडियम में न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय रग्बी टीम और दक्षिण अफ्रीका स्प्रिंगबोक्स के बीच फ्रीडम कप का फाइनल ड्रा रहने के बाद आल ब्लैक्स टीम ने ट्विटर पर लिखा, ''वेलिंगटन में बाउंड्री नहीं गिनी गई। यह ड्रा है। एतिहासिक मुकाबले के लिए स्प्रिंगबोक्स को धन्यवाद। न्यूजीलैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका।'' फ्रीडम कप में फाइनल 16-16 से ड्रा रहने के बाद दोनों टीमों ने ट्राफी साझा की थी।
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गाैर हो कि विश्व कप का फाइनल मुकाबला न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेला गया था। इस रोमांचक मुकाबले में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 241 रन बनाए थे। इसके जवाब में इंग्लैंड ने भी 241 रन बनाए। इसके बाद मैच सुपरओवर तक गया। वहां भी दोनों टीमों ने 15-15 रन बनाए और मैच टाई रहा। लेकिन, आईसीसी के नियमों के कारण इंग्लैंड को पहली बार विजेता घोषित कर दिया गया। हालांकि, दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों, क्रिकेटरों ने आईसीसी के नियम की आलोचना की थी।
No count back on boundaries in Wellington. It's a draw. Thanks for an epic Test @Springboks.#NZLvRSA #BACKBLACK 🇳🇿🇿🇦 pic.twitter.com/iJKkskeELf
— All Blacks (@AllBlacks) July 27, 2019
न्यूजीलैंड ने विश्व कप 2019 के फाइनल में पहुंचने के लिए बहुत अच्छा खेल दिखाया था। लगातार पांच मैच जीतने के बाद, कीवी अगले तीन मैच हार गए। फिर भी उनके पास बेहतर रन रेट था जिस कारण वह सेमीफाइनल में पहुंचे। सेमीफाइनल में, उन्होंने टीम इंडिया को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।