नई दिल्ली। न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को क्रिकेट इतिहास की पहली टेस्ट जीत दिलाने वाले कप्तान जॉन रीड का बुधवार को 92 साल की उम्र में निधन हो गया। न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने अपने देश के सबसे उम्रदराज क्रिकेटर और पूर्व कप्तान जॉन रीड के निधन की खबर की जानकारी दी। जॉन रीड को 1950 से 60 के दशक में दुनिया के सबसे शानदार हरफनमौला खिलाड़ियों में गिना जाता था।
जॉन रीड ने न्यूजीलैंड के लिये 34 मैचों में कप्तानी की और अपनी ही कप्तानी में टीम को पहली बार जीत दिलाने का काम किया। कीवी टीम ने उनकी कप्तानी में ही अपनी पहली 3 जीत दर्ज की थी और इस दौरान वो 2 बार भारत के दौरे पर आये थे।
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न्यूजीलैंड (new zealand) क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी डेविड वाइट ने जॉन रीड की मौत पर बयान जारी कर कहा कि आज एक ऐसा खिलाड़ी हमारे बीच नहीं रहा जिसके नाम को देश का बच्चा-बच्चा जानता है और आगे भी जानता रहेगा। उनके कार्यकाल के दौरान क्रिकेट से जुड़ी जो भी समस्या लाई गई उन्होंने उसका समाधान निकालने का काम किया।
उल्लेखनीय है कि न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड की ओर से जारी की गई प्रेस रिलीज में इस दिग्गज खिलाड़ी की मौत का कारण नहीं बताया गया है।
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गौरतलब है कि जॉन रीड ने अपने करियर में 246 फर्स्ट क्लास मैच खेले और 41.35 की औसत से 16,128 रन बनाये और 39 शतक लगाये और इस दौरान 466 विकेट भी चटकाये। उन्होंने महज 19 साल की उम्र में कीवी टीम के लिये अपना टेस्ट डेब्यू किया था और 58 टेस्ट मैच में 33.28 की औसत से 3428 रन बनाये और 85 विकेट भी हासिल किये।
आपको बता दें कि जॉन रीड ने अपने करियर के दौरान 6 शतक लगाये और उनका सर्वोच्च स्कोर 142 रन था। उन्होंने यह पारी साल 1961 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह पारी खेली थी और 1965 में अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर को अलविदा कह दिया था।
इसके बाद उन्होंने न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिये मुख्य चयनकर्ता, मैनेजर और आईसीसी मैच रेफरी की भूमिका अदा की।