कीवी टीम ने की बेहद धीमी शुरुआत
रनों का बचाव करते हुए सीएसके की टीम ने इस मैदान पर आईपीएल का फाइनल जीता था और अब केन विलियमसन की इस पारी की वजह से न्यूजीलैंड की टीम के पास यह कारनामा दोहराने का मौका है। कीवी टीम के लिये डेरिल मिचेल और मार्टिन गप्टिल ने पारी का आगाज किया लेकिन पहले विकेट के लिये 28 रन जोड़ने के साथ ही मिचेल (11) जोश हेजलवुड की गेंद का शिकार हुए और आउट होकर वापस लौट गये।
यहां से न्यूजीलैंड की टीम की रन बनाने की गति काफी धीमी हो गई और 11 ओवर में कीवी टीम सिर्फ 76 रन ही जोड़ सकी। इतना ही नहीं मार्टिन गप्टिल ने अपनी पारी में 35 गेंदों का सामना किया और सिर्फ 28 रन ही बना सके। एडम जाम्पा ने गप्टिल का विकेट लेकर न्यूजीलैंड की टीम को दूसरा झटका दिया।
WC फाइनल में ठोंका सबसे तेज अर्धशतक
न्यूजीलैंड के लिये यहां पर मुश्किलें काफी बढ़ चुकी थी क्योंकि न तो टीम के पास रन थे और न ही ओवर्स, ऐसे में अगर उसे खिताब जीतने के लिये खुद को मौका देना था तो किसी को तो तोबाड़ तोड़ बल्लेबाजी करने की दरकार थी। यहां पर कप्तान केन विलियम्सन ने जिम्मा लिया और पहली 20 गेंदों में सिर्फ 19 रन बनाने वाले इस खिलाड़ी ने अगली 12 गेंदों में अर्धशतक पूरा कर दिया। केन विलियमसन ने महज 32 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया और टी20 विश्वकप के फाइनल में सबसे तेज अर्धशतक जड़ने वाले खिलाड़ी बन गये हैं। 12 ओवर्स में सिर्फ 81 रन के स्कोर पर खेलने वाली न्यूजीलैंड की टीम के लिये केन विलियमसन ने 13वें ओवर में चार्ज संभाला और 2 छक्के लगाकर 16 रन बटोर कर अपना अर्धशतक पूरा कर डाला।
टी20 विश्वकप फाइनल में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले कप्तान बने
केन विलियमसन ने अपनी पारी में 48 गेंदों का सामना किया और 85 रनों की पारी खेलकर वापस लौट गये। केन विलियमसन की यह पारी टी20 विश्वकप के इतिहास में किसी कप्तान की ओर से खेली गई सबसे बड़ी पारी है। इससे पहले यह रिकॉर्ड श्रीलंका के कुमार संगाकारा के नाम थी जिन्होंने 2009 में लॉर्डस के मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ खेले गये फाइनल मैच में नाबाद 64 रनों की पारी खेली थी। केन विलियमसन ने अपनी इस पारी में 10 चौके और 3 छक्के लगाये। इतना ही नहीं केन विलियमसन ने फाइनल में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में भी अपना नाम संयुक्त रूप से टॉप पर काबिज कर लिया है।
विलियमसन की इस पारी की वजह से न्यूजीलैंड की टीम खुद को मैच में रखने में कामयाब रही और निर्धारित 20 ओवर्स में 4 विकेट खोकर 172 रन का स्कोर खड़ा किया, जो कि टी20 विश्वकप के फाइनल मैच में खड़ा किया अब तक का सबसे बड़ा स्कोर भी है।