तो नहीं होगा टीम में कोई बदलाव?
भारत के लिये यह टूर्नामेंट अनुभवी खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी में युवाओं को मौका देने का जरिया था लेकिन टूर्नामेंट में जिस तरह सभी टीम खेले उससे अब तक ऐसा करना मुमकिन नहीं हो पाया। ऐसे में अब फाइनल में दीपक हुड्डा, अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ियों को भेजने के कोई मायने नहीं रह जायेंगे। जो एक भी मैच नहीं खेल सके हैं।
तेजी से रन बना रहा है भारतीय मध्यक्रम
हालांकि रोहित शर्मा की फॉर्म में वापसी से टीम इंडिया को जरूर राहत मिली होगी। पूरे टूर्नामेंट में फेल होने के बाद उन्होंने आखिरकार बांग्लादेश के खिलाफ 89 रन की पारी खेली थी। वहीं मध्यक्रम में दिनेश कार्तिक और मनीष पांडे शानदार बल्लेबाजी कर रहे हैं। जिसका मतलब साफ है कि ऋषभ पंत फिर बाहर ही बैठेंगे। केएल राहुल को कम मौके मिले लेकिन जितने भी मिले उसे वह भुनाने में असफल रहे। भारतीय टीम में सुरेश रैना भी कमाल की फॉर्म में हैं और निर्भीक होकर खेल रहे हैं।
कमाल की रही है भारती स्पिन गेंदबाजी
बल्लेबाजी के अलावा भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी चिंता का विषय बनी हुई है। अनुभवी भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में तेज गेंदबाजों ने प्रभावी प्रदर्शन नहीं किया है। हालांकि स्पिन गेंदबाजी के जिम्मा वाशिंगटन सुंदर और युजवेंद्र चहल के पास है। जिसे वे बखूबी निभा रहे हैं। खासतौर पर अगर सुंदर को इस सीरीज की खोज कहा जाए तो गलत नहीं होगा।
जबरदस्त फॉर्म में है बांग्लादेश
वहीं बांग्लादेश की बात करें तो इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों से ज्यादा चुनौती गेंदबाजों के सामने होगी जिन्हें बांग्लादेशी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाना होगा। भारत ने उन्हें दोनों हुए मैचों में कम स्कोर पर रोका लेकिन ये भी मानना पड़ेगा कि बांग्लादेश के लगभग सभी बल्लेबाज फॉर्म में है। बांग्लादेश के ऑलराउंडर महमदुल्लाह कमाल की फॉर्म में हैं। इसके अलावा टीम में कप्तान शाकिब अल हसन की वापसी से भी मजबूती मिली है। शुक्रवार को शाकिब भले ही बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं कर पाए लेकिन उनकी क्षमता के बारे में हर कोई जानता है।