नई दिल्ली। सचिन तेंदुलकर ने अगर क्रिकेट जगत में अपना नाम कमाया तो उसके पीछे विशेष रूप से उनके गुरु रमाकांत आचरेकर का हाथ रहा। आचरेकर का निधन 2 जनवरी 2019 को 87 की उम्र में हुआ। सचिन ने शिक्षक दिवस के मौके पर अपने गुरु रमाकांत आचरेकर को याद किया। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले इस बल्लेबाज ने अपने बचपन की एक फोटो शेयर की, जिसमें वह अपने कोच आचरेकर से बल्लेबाजी के गुर सीखते हुए दिख रहे हैं।
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सचिन ने तस्वीर शेयर करते हुए भावुक होकर बताया कि उन्होंने अपने गुरु से क्या सीखा। सचिन ने फैंस के साथ फोटो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा, 'शिक्षक न सिर्फ शिक्षा बल्कि मूल्य भी प्रदान करते हैं। आचरेकर सर ने मुझे जिंदगी में और मैदान के अंदर स्ट्रेट ड्राइव खेलना सिखाया। मैं आचरेकर सर का हमेशा आभारी रहूंगा क्योंकि मेरी जिंदगी में उनका बहुत बड़ा योगदान है। उनके पाठ आज भी मेरा मार्गदर्शन कर रहे हैं।'
Teachers impart not just education but also values. Achrekar Sir taught me to play straight - on the field and in life.
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) September 5, 2019
I shall always remain grateful to him for his immeasurable contribution in my life.
His lessons continue to guide me today. #TeachersDay pic.twitter.com/kr6hYIVXwt
1989 में डेब्यू से पहले सचिन तेंदुलकर को क्रिकेटर बनने के लिए दो लोगों ने सबसे ज्यादा सपोर्ट किया। वह हैं उनके भाई अजित और कोच आचरेकर। आचरेकर सचिन की प्रतिभा को पहचानने वाले पहले व्यक्ति थे। उन्होंने ही सचिन को क्रिकेट सिखाया। बचपन में जब सचिन नेट्स पर खेलते-खेलते थक जाते थे, तो आचरेकर स्टंप पर एक सिक्का रख देते थे और जो सचिन को आउट करता, वह सिक्का उसका हो जाता था। इसके अलावा उन्होंने विनोद कांबली, प्रवीण आमरे, समीर दिगे और बलविंदर सिंह संधू जैसे क्रिकेटरों को भी निखारा है। उन्हें साल 1990 में द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। सचिन ने बताया था कि उनके कोच आचरेकर ने कभी उनके खेल के लिए 'वेल प्लेड' नहीं कहा। साल 2010 में उन्हें पद्मश्री से भी नवाजा गया।