जब तक क्रिकेट रहेगा ये कारनामा याद रहेगा-
इस मैच के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड के पिता क्रिस ब्रॉड इतने निराश थे कि वह युवराज सिंह के पास गए और उनसे कहा कि तुमने तो मेरे बेटे का करियर लगभग खत्म ही कर दिया।
हालांकि यह क्रिकेट के दो दिग्गजों की एक ऐसी अनूठी कहानी है कि दोनों ही अपने-अपने फॉर्मेट में आगे बढ़े। ब्रॉड ने टेस्ट क्रिकेट में बहुत नाम कमाया है व युवराज सिंह वनडे क्रिकेट में 1 स्टार क्रिकेटर के तौर पर अपने करियर को अलविदा कह पाए।
|
19वें ओवर में आया तूफान-
सोशल मीडिया पर युवराज के इस कारनामे की तस्वीरें फिर से वायरल हो रही हैं आप देख सकते हैं यह खिलाड़ी उस समय कितने युवा थे और इस मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। युवराज सिंह रॉबिन उथप्पा का विकेट आउट होने के बाद आए और उन्होंने भारत को 218 रन बोर्ड पर लगाने में मदद की।
युवराज के छह छक्कों से पहले भी भारत काफी अच्छी स्थिति में था क्योंकि 18 ओवर की समाप्ति तक 3 विकेट के नुकसान पर 171 रन बनाए थे क्रीज पर युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी जैसे बहुत ही तेज खेलने वाले बल्लेबाज टिके हुए थे।
IPL 2021: CSK के खिलाफ मैच से पहले मुंबई इंडियंस के खेमे से जुड़े सचिन तेंदलुकर
एंड्रयू फ्लिंटॉफ से हुई थी बहस, चुकानी पड़ी ब्रॉड को
तब एंड्रयू फ्लिंटॉफ भी खेला करते थे जो शायद 21वीं सदी के अब तक के सबसे धाकड़ आलराउंडर हैं और उनमें अकड़ भी काफी थी। वे शरीर से शक्तिशाली बहुत थे लोग उनसे उलझना नहीं चाहते थे। फ्रेडी ने 18वें ओवर में युवराज सिंह के साथ काफी बहस भी की जिसने यूवी को गुस्सा दिला दिया और मासूम स्टुअर्ट ब्रॉड पर भारत के सितारे का कहर अगले ही ओवर में टूट पड़ा।
युवराज की इस आतिशी के बावजूद इंग्लैंड ने बहुत ज्यादा रनों से मैच नहीं हारा क्योंकि भारत 18 रनों से ही यह मुकाबला जीता। भारत को इस मैच में जीत ने और अधिक आत्मविश्वास दिया और युवराज सिंह के व्यक्तिगत कारनामें ने दिखाया कि भारत कुछ भी कर सकता है जिसके चलते आईसीसी का यह उद्घाटन T20 वर्ल्ड कप भारत जीतने में कामयाब रहा।