वकार युनिस और सचिन ने एक साथ खेलना शुरू किया
अहम बात यह है कि इसी दिन सचिन के साथ पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वकार युनिस ने भी अपना पहला मैच खेला था और वकार युनिस ने सचिन तेंदुलकर को पहली इनिंग में 15 रन के स्कोर पर बोल्ड कर दिया था। इस मैच में सचिन ने 24 गेदों का सामना किया था और 15 रन बनाए थे, इस दौरान सचिन ने दो चौके लगाए थे। सचिन ने इस मैच दोनों ही इनिंग में गेंदबाजी की थी। पहली इनिंग में सचिन ने एक ओवर डाला था और 10 रन दिए थे। जबकि दूसरी इनिंग में सचिन ने 4 ओवर डाले थे और 15 रन दिए थे हालांकि उन्हें इस मैच में एक भी विकेट नहीं मिला था। दूसरी पारी में सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। यह मैच ड्रा हुआ था और कपिल देव मैन ऑफ द मैच थे।
2013 में क्रिकेट को कहा अलविदा
सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को 2013 में अलविदा कह दिया था, उनके नाम वनडे और टेस्ट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है। यही नहीं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड भी सचिन तेंदुलकर के ही नाम है। पिछले वर्ष सचिन तेंदुलकर छठे भारतीय खिलाड़ी बने हैं जिन्हें आईसीसी ने हॉल ऑफ फेम में स्थान दिया है। 46 वर्षीय सचिन तेंदुलकर ने महज 16 साल की ही आयु में भारतीय टीम के लिए खेलना शुरू कर दिया था और बहुत ही कम समय में वह देश के सबसे लोकप्रिय क्रिकेटर बन गए थे।
रिकॉर्ड की एक किताब हैं सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने सभी फॉर्मेट में 34357 रन बनाए, जोकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक विश्व कीर्तिमान हैं। उनके पीछे कुमार संगाकार हैं लेकिन संगाकारा ने सचिन तेंदुलकर से 6000 रन कम बनाए हैं, लिहाजा सचिन के इस कीर्तिमान के आस-पास भी कोई मौजूदा खिलाड़ी नहीं है। अपने बेहतरीन क्रिकेटिंग करियर की वजह से सचिन तेंदुलकर को भारतीय क्रिकेट में भगवान का दर्जा दिया जाता है। जिस तरह से करोड़ो भारतीयों को वह प्रेरित करते थे और उन्हें एक सूत्र में बांधते थे, उसके लिए सचिन को हमेशा याद किया जाएगा। सचिन का भारत के लोगों के दिल में क्या स्थान है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके आउट होने के बाद लोग टीवी बंद कर देते थे, सचिन 90 के स्कोर पर पहुंचते थे तो लोग उनके शतक के लिए दुआ मांगने लगते थे। सचिन को उनके शानदार करियर की वजह से देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया है।