नई दिल्ली। आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में अभी कुछ ही दिन पहले टॉप रैंकिंग पर पहुंची पाकिस्तान क्रिकेट टीम वनडे में फिसड्डी साबित हुई है। पाकिस्तानी क्रिकेट टीम बीते 15 वर्षों की सबसे निचली रैंकिंग पर जा गिरी है। इतना ही नहीं, यह पाकिस्तान के वनडे इतिहास का 43 वर्षों का सबसे बुरा दौर है।
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इंग्लैण्ड के हाथों हाल ही पांच मैचों की वनडे सीरीज 1-4 से गंवाने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम पर 2019 क्रिकेट विश्वकप के लिए क्वॉलीफाई करना भी मुश्किल हो गया है। अभी यह टीम 86 अंकों के साथ 9वें स्थान पर है। सीरीज की शुरुआत से पहले पाकिस्तान क्रिकेट टीम के 87 अंक थे।
2019 क्रिकेट विश्वकप के लिए अगर पाकिस्तान को क्वॉलीफाई करना है तो उसके पास 30 सितंबर 2017 तक का वक्त है। इससे पहले तक उसे आईसीसी वनडे रैंकिंग में सातवें स्थान तक हर हाल में आना ही होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर उसे 2018 में विश्वकप क्वॉलीफायर मैच खेलने और जीतने होंगे।
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अभी उसे आॅस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज से वनडे सीरीज खेलनी हैं और रैंकिंग सुधार के लिए ये दोनों ही सीरीज बड़े अंतर से जीतना जरूरी है। आईसीसी के नए फॉर्मेट के अनुसार टॉप 8 टीमें ही विश्वकप में खेलेंगी। इस साल पाकिस्तान ने कुल 8 वनडे मैच खेले हैं और उनमें से 6 में से हार का सामना करना पड़ा है।
क्रिकेट इतिहास का शर्मनाक तथ्य
हार के लिहाज से जिम्बॉब्वे दूसरे स्थान पर है। अगर पाकिस्तान को विश्वकप के लिए क्वॉलीफायर मैच खेलना पड़ा तो यह क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहला मौका होगा जबकि कोई टेस्ट प्लेइंग टीम को इस निचले स्तर तक जाना पड़े।
टेस्ट क्रिकेट में भी पाकिस्तान को किस्मत के बूते ही पहले नंबर की पोजीशन नसीब हुई है। इस बात को लेकर पाकिस्तानियों ने भारत का सोशल मीडिया पर खूब मजाक भी बनाया था। अब उसके सामने वनडे क्रिकेट में अपनी लाज बचाने की चुनौती है।