साल 2012 - नाबाद 78 रन
कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ पहला टी20 विश्व कप मुकाबला 2012 में खेला था। मैच श्रीलंका के कोलंबो शहर में 30 सितंबर को आर.प्रेमदासा स्टेडियम में खेला गया था। यह सुपर 8 का मुकाबला था, जिसमें पाकिस्तान ने टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया था। भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी करते हुए हालांकि पाकिस्तान को चारों खाने चित करने का काम किया। पाकिस्तान की पूरी टीम 19.4 ओवर में 128 रनों पर ढेर हो गई। शोएब मलिक ने 22 गेंदों में 28 रन बनाए, जबकि उमर अकमल ने 21 रनों का योगदान दिया। वहीं भारत के लिए लक्ष्मीपति बालाजी ने 3.4 ओवर में 22 रन देकर सर्वाधिक 3 विकेट लिए थे। रविचंद्रन अश्विन व युवराज सिंह ने 2-2- विकेट लिए थे, जबकि इरफान पठान और विराट कोहली ने 1-1 विकेट लिया था।
जवाब में भारत ने पहला विकेट गाैतम गंभीर ()) के रूप में पहले ओवर की दूसरी गेंद पर ही गंवा दिया। इसके बाद विराट कोहली कोहली क्रीज पर आए, जिन्होंने पाकिस्तानी गेंदबाजों की क्लास लगाना शुरू कर दी। उन्होंने वीरेंद्र सहवाग के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 74 रनों की साझेदारी कर पाकिस्तान की हार पक्की कर दी। सहवाग ने 29 रन बनाए, जबकि कोहली ने 61 गेंदों में नाबाद 78 रन बनाए। कोहली की पारी में 8 चाैके और 2 छक्के शामिल रहे थे। वहीं युवराज सिंह 19 रन बनाकर नाबाद रहे और भारत ने 17 ओवर में ही 8 विकेट रहते मैच अपने नाम कर लिया।
साल 2014- नाबाद 36 रन
कोहली का बल्ला 2014 में हुए विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ फिर बोला। इस बार भी भारत को जीत दिलाने के लिए कोहली अंत तक क्रीज पर डटे रहे। मुकाबला 21 मार्च को ढाका के शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम में खेला गया था। हालांकि कोहली अर्धशतक तो नहीं लगा सके, लेकिन उन्होंने छोटी पारी में भी पाकिस्तानी गेंदबाजों को अपने ऊपर हावी होने दिया। भारत ने टाॅस जीता और पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी करने का न्याैता लिया। पाकिस्तान की टीम 7 विकेट खोकर 130 रन ही बना सकी। उनके लिए उमर अकमल ने सर्वाधिक 33 रन बनाए। तो अंतिम ओवरों में सोहेब मससूद ने 11 गेंदों में 21 रन पारी खेलकर टीम का स्कोर 130 तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। इनको छोड़कर पाकिस्तान का कोई भी बल्लेबाज कमाल नहीं कर सका। अमित मिश्रा ने 22 रन देकर 2 विकेट लिए थे।
जवाब में भारत के लिए रोहित शर्मा(24) और शिखर धवन(30) के बीच पहले विकेट के लिए हुई 54 रनों की साझेदारी हुई। इनके आउट होने के बाद युवराज सिंह भी 1 रन बना सके। भारत ने 3 विकेट 10.1 ओवर में 65 रन पर गंवा दिए, लेकिन कोहली थे जिन्होंने इसके बाद पाकिस्तान को कोई भी विकेट लेने नहीं दिया। कोहली को साथ मिला सुरेश रैना का, जिन्होंने 28 गेंदों में 35 रनों की नाबाद पारी खेली थी। वहीं कोहली ने 32 गेंदों में नाबाद 36 रन बनाकर टीम को 18.3 ओवर में भारत को जीत दिला दी।
साल 2016- नाबाद 55 रन
इसके बाद फिर 2016 टी20 विश्व कप में भी कोहली ने नाबाद पारी खेलकर पाकिस्तान को हार का स्वाद चखाया। इस बार कोहली ने अर्धशतक जड़ा था। मुकाबला 19 मार्च को कोलकाता के ईडन गार्डन में हुआ था। भारत ने टाॅस जीता और पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी करने का न्याैता लिया। कोलकाता की पिच पर पाकिस्तानी खेमा भारतीय गेंदबाजों के आगे घुटने टेकता नजर आया था। हालांकि, बारिश ने खलल डाला था, जिस कारण मैच को 18-18 ओवर का किया गया था। पाकिस्तान के लिए शर्जील खान (17) व अहमद शहजाद (25) ने शुरूआत तो सटीक की, लेकिन स्ट्राइक रेट को तेजी से आगे नहीं बढ़ा सके थे। दोनों ने पहले विकेट के लिए 7.4 ओवर में 38 रन बनाए। इस साझेदारी के टूटने के बाद उमर अकमल (22) और शोएब मलिक (26) की पारियों से पाकिस्तान की टीम 5 विकेट खोकर 118 रन ही बना सकी।
जवाब में जब भारतीय टीम उतरी तो उसने 15.5 ओवर में 6 विकेट रहते मैच अपने नाम कर लिया। इस मैच को जितवाने के लिए फिर विराट कोहली अहम भूमिका निभाई थी। भारत ने अपने 3 विकेट 23 रनों पर गंवा दिए थे। लेकिन फिर कोहली पाकिस्तानी गेंदबाजों के लिए काल बने। कोहली ने 37 गेंदों में नाबाद 55 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली, जिसमें 7 चाैके और 1 छक्का शामिल रहा था। वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे। जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 13 रन बनाए थे।
अब प्रशंसकों को कोहली से फिर ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी। कोहली का यह बताैर कप्तान आखिरी टी20 विश्व कप भी है। वह इस विश्व कप के बाद फिर कभी अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में कप्तानी करते नहीं दिखेंगे। ऐसे में कोहली ना सिर्फ पाकिस्तान बल्कि अन्य टीमों के खिलाफ भी रन बरसाकर खिताब जीतने का प्रयास करेंगे। कोहली का पाकिस्तान के खिलाफ 3 मैचों में 169 स्कोर दर्ज है। अब देखना है कि क्या पाकिस्तान के गेंदबाज इस बार कोहली का विकेट ले पाते हैं या नहीं।