जानें क्या बोले मिस्बाह उल हक
इस मुद्दे को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के हेड कोच मिस्बाह उल हक से सवाल पूछा गया तो उन्होंने पाकिस्तानी लोगों की सोच पर ही सवाल खड़े कर दिये।
सरफराज अहमद मामले को लेकर जब मिस्बाह उल हक से सवाल पूछा गया तो
उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'ऐसी सोच सिर्फ पाकिस्तान में ही हो सकती है। कुछ लोग सरफराज अहमद के ड्रिंक्स उठाने पर सवाल उठा रहे हैं वो नाराज हैं। लेकिन कोई खिलाड़ी बड़ा या बहुत जरूरी नहीं होता। टीम के लिए कोई भी पानी उठा सकता है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मैं कप्तान था और मैं एक मुकाबले में नहीं खेला। मैंने 12वें खिलाड़ी की जिम्मेदारी संभाली और टीम के लिए पानी लेकर गया।'
शोएब अख्तर ने जूते उठाने पर खड़े किये थे सवाल
उल्लेखनीय है कि शोएब अख्तर ने सरफराज अहमद के जूते उठाने पर सवाल उठाते हुए कहा,'मुझे ये तस्वीर देखकर बिलकुल अच्छा नहीं लगा। एक पूर्व कप्तान जिसने पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी जिताई है, आप उसके साथ ऐसा नहीं कर सकते। 4 साल कप्तानी की है सरफराज ने आप उसे कैसे जूते उठाए। मैंने तो कभी वसीम अकरम से जूते नहीं उठवाए. सरफराज ने जूते उठा भी लिए थे तो उसे रोकना चाहिए था।'
दिग्गज खिलाड़ी भी उठा चुके हैं जूते
आपको बता दें कि सरफराज अहमद ही नहीं बल्कि विराट कोहली, एमएस धोनी, रिकी पॉन्टिंग जैसे दिग्गज खिलाड़ी और कप्तान भी अपनी-अपनी टीम को मैदान पर पानी पिला चुके हैं। सरफराज ने इंग्लैंड में 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान का नेतृत्व किया जब टीम को कम से कम प्रदर्शन की उम्मीद थी। लेकिन पाकिस्तान द्वारा पिछले साल के विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने में असफलता ने सरफराज की साख को कप्तान के रूप में चोट पहुंचाई और उन्हें पिछले साल अक्टूबर में तीनों प्रारूपों के कप्तान के रूप में हटा दिया गया।