नई दिल्ली। कोरोनावायरस के चलते दुनिया भर में आयोजित होने वाले तमाम खेल आयोजनों पर रोक लग चुकी है और ज्यादातर खिलाड़ी अपने घरों में परिवार के साथ वक्त बिता रहे हैं। इस महामारी के चलते जिन खेलों पर सबसे ज्यादा फर्क पड़ा उनमें मुख्य रूप से बीसीसीआई की ओर से आयोजित कराई जाने वाली इंडियन प्रीमियर लीग जो कि 15 अप्रैल तक के लिये स्थगित कर दी गई है और पाकिस्तान सुपर लीग जिसे अपने अंतिम चरण में रोकना पड़ा जिसके चलते विजेता का फैसला नहीं हो सका। हालांकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की ओर से एक अहम खुलासा हुआ है जिससे फैन्स को बड़ा झटका लग सकता है।
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उल्लेखनीय है कि पीएसएल 2020 को 17 मार्च को स्थगित करने का फैसला किया गया, हालांकि तब तक यह वायरस तेजी से अपने पैर पसार चुका था। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भी अपने यू-ट्यूब चैनल पर इस बात का जिक्र करते हुए कहा था कि पाकिस्तान में पीएसएल को दो हफ्ते पहले स्थगित कर देना चाहिये था हालांकि देर आये लेकिन दुरुस्त आये। अब एक बड़ा खुलासा हुआ है जिसके बाद पता चला है कि आखिरकार पीएसएल को स्थगित करने के पीछे असली कारण सट्टेबाजी था।
पाकिस्तान पाकिस्तान क्रिेकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि उसने पीएसएल के 5वें सीजन के वैश्विक मीडिया अधिकार की भागीदारी ब्रिटेन की एक सट्टेबाजी कंपनी 'BET365' को बेचे थे जिसके पास लाइव स्ट्रीमिंग के भी अधिकार थे। पाकिस्तान सुपर लीग में अंतर्राष्ट्रीय 'स्ट्रीमिंग' अधिकार खरीदने वाला वैश्विक मीडिया भागीदार आईटीडब्ल्यू है और उसी ने पाकिस्तान से बाहर के स्ट्रीमिंग अधिकार 'BET365' कंपनी को बेचे थे।
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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का कहना है कि जब यह मामला उसके संज्ञान में आया तो उसने आईटीडब्ल्यू से बात की लेकिन ऐसा करने पर उसे पूर्व खिलाड़ियों और क्रिकेट विशेषज्ञों की आलोचना ही झेलनी पड़ी। पीसीबी से जब एक अखबार ने इश बारे में बातचीत तो उसने यही तर्क दिया था।
गौरतलब है कि यह बात सामने आने का बाद यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि कोरोना वायरस के वैश्विक स्तर पर तेजी से फैलने के बावजूद इस टूर्नामेंट को इसीलिये जारी रखा गया ताकि इसके मैचों में सट्टेबाजी जारी रह सके। आपको बता दें कि पीसीबी इस टूर्नामेंट को पूरा कराने के पक्ष में था लेकिन जब वायरस का प्रकोप बढ़ा और एक-एक करके सभी विदेशी खिलाड़ी वापस जाने लगे तो मजबूरन उसे यह टूर्नामेंट स्थगित करना पड़ा।