नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन जैसी स्थिति बनी हुई है और इसके चलते पूरा खेल जगत लगभग ठप्प पड़ गया है। इस बीच आईसीसी समेत दुनिया भर के क्रिकेट बोर्ड वर्क फ्रॉफ होम के तहत काम कर रहे हैं और घरेलू स्तर की नीतियों का पुनर्निधारण करने में लगे हुए हैं। इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने अपने खिलाड़ियों के लिये एक नई एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) की नीति बनाई है, जिसके तहत अब पीसीबी का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट रखने वाले खिलाड़ियों को साल भर में सिर्फ 4 विदेशी लीगों में खेलने की इजाजत दी जायेगी।
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इसमें पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) भी शामिल है जो कि विदेशों में खेली जाने वाली फ्रैंचाइजी लीगों की संख्या को 3 कर देता है। पीसीबी ने एक बयान जारी कर इस नई पॉलिसी के बारे में जानकारी दी।
पीसीबी की ओर से जारी बयान के अनुसार मे इस नई पॉलिसी के तहत यह नई एनओसी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट संचालन विभाग और राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच-टीम प्रबंधन के जरिए किया जाएगा।
इतना ही नहीं विश्व की एनओसी नीतियों के तहत किसी भी खिलाड़ी को लीग में खेलने के लिये एनओसी के आखिरी चरण को मंजूरी देने का अधिकार बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पास होगा।
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पीसीबी ने साथ ही कहा कि क्रिकेट संघों से अनुबंधित क्रिकेट खिलाड़ियों को पहली बार एनओसी हासिल करने के लिए उन्हें सीधे अपने संबंधित संघों से ही संपर्क करना होगा।
गौरतलब है कि पीसीबी की इस नई पॉलिसी के तहत जो खिलाड़ी सिर्फ टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं उन्हें लीग मैचों में खेलने के लिये एनओसी नहीं मिलेगी।
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आपको बता दें कि बोर्ड ने साफ किया है कि जो खिलाड़ी सिर्फ लाल गेंद से खेलते हैं उन्हें एनओसी नहीं दी जायेगी। उसी तरह जो खिलाड़ी सिर्फ सफेद गेंद प्रारूप में सक्रिय हैं उनके लिये नियमित रूप से 50 ओवर और 20 ओवर में खेलना जरूरी होगा तभी उन्हें एनओसी मिल पाएगी।