तय था रोहित शर्मा का कप्तान बनना
रोहित शर्मा के भारतीय टीम का नये कप्तान चुने जाने पर पाकिस्तान के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी और कप्तान शाहिद अफरीदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि उन्हें पहले ही पता था कि यह ऐलान होने वाला है। आईपीएल के पहले सीजन में रोहित शर्मा के साथ खेल चुके शाहिद अफरीदी ने रोहित शर्मा को कप्तान बनाये जाने के फैसले की तारीफ की और कहा कि भारतीय टीम ने उन्हें कई बार कप्तानी की जिम्मेदारी दी है और वो सफल भी साबित हुए हैं ऐसे में अब जब वो भारतीय टीम के नियमित कप्तान बन गये हैं तो हमें उनका एक नया पक्ष देखने को मिलेगा।
समा टीवी के साथ बात करते हुए अफरीदी ने कहा,'जहां तक रोहित की बात है तो यह होना ही था। मैं उसके साथ डेक्कन चार्जर्स के लिये एक साथ खेला हूं और वो बहुत ही शानदार खिलाड़ी हैं, जिनके पास जबरदस्त शॉट सेलेक्शन हैं। वह मैदान पर शांत नजर आते हैं और जहां जरूरत होती है वहां पर अपना गुस्सा भी दिखाते हैं। हमें उनके दोनों पक्ष देखने को मिलेंगे। जैसा कि मैंने पहले भी कहा कि कप्तानी में उनका आना तय था और उन्हें मौका जरूर दिया जाना चाहिये था।'
विराट को छोड़ देनी चाहिये सभी प्रारूप की कप्तानी
शाहिद अफरीदी ने टी20 प्रारूप की कप्तानी छोड़ चुके विराट कोहली के नये रोल को लेकर भी बात की और कहा कि उनके लिये सभी प्रारूप की कप्तानी छोड़कर अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना बुरा फैसला नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि विराट कोहली के लिये पिछले 2 साल में बल्लेबाजी उस स्तर की नहीं रही है जिसके लिये वो जाने जाते हैं। कोहली ने कप्तानी छोड़ने के साथ ही कहा था कि वो अपनी बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान देने और वर्कलोड को कम करने के लिये यह फैसला ले रहे हैं। ऐसे में अफरीदी का मानना है कि विराट कोहली तीनों प्रारूप की कप्तानी छोड़ कर बैटिंग पर ध्यान देने का फैसला कर सकते हैं।
आसान नहीं है कप्तानी जारी रखना
अफरीदी का मानना है कि विराट कोहली के लिये कप्तानी जारी करना आसान नहीं रहेगा क्योंकि उनके प्रदर्शन और टी20 विश्वकप में भारत के बाहर हो जाने के बाद जिस तरह की आलोचना चल रही है, उसे देखते हुए वह इस खेल का आनंद उठा नहीं पायेंगे। अफरीदी का मानना है कि कप्तानी छोड़ने के बाद कोहली अपनी बल्लेबाजी का ज्यादा मजा ले पायेंगे।
उन्होंने कहा,'मुझे लगता है कि विराट को सिर्फ खिलाड़ी के तौर पर करियर जारी रखने का फैसला करना चाहिये। ऐसा करने पर उनके ऊपर दबाव कम हो जायेगा। वह अब तक काफी क्रिकेट खेल चुके हैं और काफी क्रिकेट खेलना बाकी भी है। अगर वो ऐसा करते हैं तो अपनी बल्लेबाजी का ज्यादा लुत्फ उठा पायेंगे क्योंकि टीम की कप्तानी करना आसान नहीं होता है, खास तौर से भारत और पाकिस्तान जैसी टीमों की, जहां पर आप जीतते रहते हैं तो चीजें अच्छी चलती हैं और जैसे ही खराब होती हैं आप सवालों में घिर जाते हैं।'