भारत के खिलाफ वकार ने किया शानदार प्रदर्शन
भारत के खिलाफ पाकिस्तान की पहली टेस्ट सीरीज के दौरान 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गये जिसमें वकार ने पहले दिल्ली टेस्ट में 8 और 5, लखनऊ टेस्ट में 23, मुम्बई टेस्ट में 81 एवं 65, चेन्नई टेस्ट में 49 और कोलकाता टेस्ट में 29 और 97 रनों की पारी खेली थी।
ओवल की ऐतिहासिक जीत में निभाई थी अहम भूमिका
वकार हसन पाकिस्तान की उस टीम का भी हिस्सा थे, जिसने 1954 में द ओवल के मैदान पर इंग्लैंड को 24 रनों से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। वकार ने पाकिस्तान के लिए कुल 21 टेस्ट खेले और 1,071 रन बनाए। उन्होंने 1959 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था और अपने करियर का समापन किया।
सिर्फ 1 दिन टिक पाया था वकार का रिकॉर्ड
वकार हसन ने अपने टेस्ट करियर के दौरान 1 शतक लगाया था। उन्होंने यह पारी अक्टूबर 1955 में न्यूजीलैंड के खिलाफ लाहौर में 189 रनों की पारी खेली थी जो कि उस समय का सर्वोच्च स्कोर था। हालांकि हसन का यह रिकॉर्ड महज 1 दिन ही टिक सका। अगले ही दिन पाकिस्तान टीम में उनके साथी खिलाड़ी इम्तियाज अहमद ने 208 रन बनाकर यह रिकार्ड तोड़ दिया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष अहसान मनी ने वकार के निधन पर दुख व्यक्त किया है। वकार ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद प्रशासनिक पदों पर काम किया। वह 1982-83 में पीसीबी की नेशनल सेलेक्शन कमेटी के अध्यक्ष बने थे।