नई दिल्ली। क्रिकेटर से राजनेता इमरान खान अब पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के तौर पर अपने देश की कप्तानी करेंगे। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मुखिया इमरान ने 1996 में पार्टी शुरू की और अब कई सालों बाद इमरान की एक ख्वाहिश पूरी हुई है। इमरान को इसकी खबर नहीं हो शायद की 22 के साथ इमरान का बड़ा गहरा नाता है। वह कई इंटरव्यू में 1 नंबर को अपने लिए लकी बता चुके हैं लेकिन इस बार हुए पाकिस्तान के संसदीय चुनावों के बाद तो अब इमरान भी अपना लकी नंबर 22 बताने के बारे में सोच रहे होंगे।
Won by 22 run
— Madiha Abid Ali (@MadihaAbidAli) August 17, 2018
Won after 22 years as #PrimeMinister
Won as 22 #PrimeMinister of #Pakistan #ImranKhanPrimeMinister @ImranKhanPTI pic.twitter.com/AVBrDyxdOu
मेलबर्न में जीता था वर्ल्ड कप
इमरान खान के नेतृत्व में पाकिस्तान ने 25 मार्च 1992 कों बेंसन एंड हेजेस वर्ल्ड कप में इंग्लैंड को 22 रनों से हराकर अपना पहला वर्ल्ड कप जीता था। यह मैच ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हुआ था। इमरान ने साल 1971 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था और साल 1992 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
रंग लाया संघर्ष
शनिवार को 22वें राष्ट्रपति बने इमरान पहले ऐसे क्रिकेटर हैं जो किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष बने हैं। खुद को अंधविश्वासी बताने वाले इमरान का पीएम बनने का सपना दो दशकों बाद पूरा हुआ है। साल 1996 में इमरान ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद पीटीआई के साथ ही राजनीति में नई पारी का आगाज किया। इमरान की जीत के बाद जेमिमा ने भी ट्वीट कर कहा था कि22 वर्षों के संघर्ष और बलिदान के बाद आखिरकार मेरे बेटों के पिता पाकिस्तान के अगले पीएम बनेंगे।
बहुमत नहीं लेकिन फिर भी बनी सरकार
इमरान खान को एक राजनेता के तौर पर काफी संघर्ष करना पड़ा। 25 जुलाई को हुए चुनावों में उनकी पार्टी को बहुमत के लिए जरूरी सीटें नहीं मिल सकी थी लेकिन इमरान को छोटे दलों का साथ मिला है। उन्हें मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट, बलूचिस्तान अवामी पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग, ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस और अवामी मुस्लिम लीग जैसे दलों ने उन्हें समर्थन दिया। इसके बाद इमरान खान ने पाकिस्तान की असेंबली में अपना पहला भाषण दिया, जिसमें उन्होंने विरोधियों को कड़ी चुनौती दी।