नई दिल्ली। आईसीसी की ओर से विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत करने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में भी रोमांच का जबरदस्त तड़का लग गया है और पहले की तुलना में टीमें अब ज्यादा प्रतिस्पर्धी हो गयी हैं। भारतीय टीम इस प्रारूप में और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की प्वाइंटस टेबल में फिलहाल सबसे ऊपर काबिज हैं। हालांकि पाकिस्तान की टेस्ट क्रिकेट टीम के कप्तान अजहर अली का मानना है कि ऐसा ज्यादा वक्त तक नहीं होगा। जल्दी ही उनकी टीम भी टेस्ट क्रिकेट में नंबर 1 पर पहुंच जायेगी, बस उसके लिये उनकी टीम को एक काम करना होगा।
अजहर अली का मानना है कि अगर पाकिस्तान टीम को टेस्ट में नंबर 1 बनना है तो उसके खिलाड़ियों को निडर होकर खेलने की जरूरत है। अजहर का मानना है कि जो काम मिस्बाह उल हक की कप्तानी वाली पाकिस्तान टीम ने 2016 में कर के दिखाया था वहीं काम उनकी यह टीम भी करके दिखा सकती है।
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उन्होंने कहा, 'अगर हम सिर्फ घर में खेलते रहे तो हमारी टीम नंबर एक टेस्ट टीम को नहीं हरा सकती। हमें विदेशी जमीन पर भी जीतना होगा। हम जब घर में खेलते हैं तो काफी अच्छा प्रदर्शन करते हैं। अगर टीम का हर खिलाड़ी निडर होकर खेलें और अपना प्रदर्शन बरकरार रखें तो कोई भी हमें अपना लक्ष्य हासिल करने से नहीं रोक सकता।'
उल्लेखनीय है कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत में पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दोनों टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा था जिसके बाद अजहर ने स्वीकार किया कि था कि यह सब उनकी और कोच मिस्बाह उल-हक की डिफेंसिव एप्रोच के चलते हुआ, हालांकि यह निर्णय परिस्थितियों को देखकर ही लिया गया था।
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उन्होंने कहा, 'मैं संतुलित होकर बल्लेबाजी करता हूं और समय लेता हूं, इसका मतलब यह नहीं कि मैं आक्रामक कप्तान नहीं हूं। दुबई में अगर तेज गेंदबाज गेंदबाजी करता है तो आप स्लिप में चार खिलाड़ी नहीं रख सकते। ऐसा ही पाकिस्तान में भी है जहां सपाट पिचों पर संतुलित होकर खेलना पड़ता है।'
पाकिस्तानी कप्तान का मानना है कि वह डिफेंसिव एप्रोच छोड़कर अटैकिंग पॉलिस को अपना रहे हैं लेकिन इसके साथ उन्हें टीम में निडर खिलाड़ियों की भी जरूरत है।
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अजहर अली ने कहा, 'मैं रक्षात्मक दृष्टिकोण से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा हूं। खिलाड़यिों को शांत दिमाग और बिना किसी दबाव के खेलना होगा। सभी खिलाड़ियों को टीम के बारे में सोचना होगा। आप दवाब में नहीं खेल सकते।'