लोग क्रिकेट छोड़ फुटबॉल देखना शुरू कर देंगे
रमीज राजा का मानना है कि पाकिस्तान जैसी मजबूत टीम को जिम्बाब्वे जैसी कमजोर टीम के खिलाफ सीरीज खेलना मजाक की बात है। रमीज का मानना है कि अगर पाकिस्तान में ऐसे ही एकतरफा मैच खेले जाते रहेंगे तो लोग क्रिकेट देखना छोड़कर फुटबॉल या कुछ और देखना शुरू कर देंगे।
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'जब भी कोई मजबूत टीम एक कमजोर टीम के खिलाफ खेलती है तो उसका नतीजा ज्यादातर एक तरफा ही देखने को मिलता है। ऐसे में कई लोगों का कहना होता है कि इस तरह के रिजल्ट टीम को सीखने का मौका देते हैं। अगर आपको मजबूत होना है तो एक अच्छे प्रोसेस और मैच की परिस्थियों में खुद को एडजस्ट करके ही बना जाता है। ऐसे में मुझे नहीं लगता कि जिम्बाब्वे की टीम को कुछ खास सीखने का मौका मिला क्योंकि पाकिस्तान के खिलाफ उसने दोनों ही मुकाबलों में सिर्फ दबाव का सामने किया और दोनों ही मैचों में कुछ खास सुधार नहीं हुआ।'
घटेगी टेस्ट मैचों की लोकप्रियता
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए बल्ले और गेंद दोनों से ही दबदबा कायम किया और पहले मैच में 116 रन और पारी तो दूसरे मैच में 141 रन और पारी से जीत हासिल की। रमीज राजा का मानना है कि ऐसे मैच पूरी तरह से बेमेल होते हैं।
उन्होंने कहा, 'जब आप इस तरह के खेल देखते हैं तो आपको एहसास होता है कि यह मैच नहीं बल्कि मिसमैच है। इस तरह की सारीज का आयोजन तो होना ही नहीं चाहिये। टेस्ट क्रिकेट पर पहले से ही कम दर्शकों और लोकप्रियता का दबाव है और जब आप इस तरह से मैच कराते हैं तो लोगों में इसके प्रति रूचि और कम हो जाती है। लोग ऐसे मैच देखने से बेहतर फुटबॉल या फिर कोई और स्पोर्टस देखना पसंद करेंगे। 3 दिन का टेस्ट मैच मजाक है।'
3 से 4 दिन में खत्म हो गये दोनों मैच
गौरतलब है कि पाकिस्तान की टीम ने पहला मैच 3 दिन में जीत लिया था तो वहीं दूसरा मैच चौथे दिन के पहले सेशन में जीत लिया। पाकिस्तान के लिये दूसरे टेस्ट मैच में आबिद अली और अजहर अली ने जबरदस्त बल्लेबाजी की, जहां आबिद ने दोहरा शतक लगाया तो वहीं अजहर ने शतकीय पारी खेली और पाकिस्तान ने 510 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। वहीं पाकिस्तान के लिये नौमान अली, हसन अली और शाहीन अफरीदी ने 5-5 विकेट हॉल लेने का काम किया।