नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट के दामन पर एक और दाग पुख्ता हो गया है। साल 2012 में इंग्लिश काउंटी में हुई मैच फिक्सिंग को लेकर दानिश कनेरिया ने मैच फिक्सिंग के आरोप को कबूल कर लिया है। छह साल पहले हुए इस फिक्सिंग के मुख्य साजिशकर्ता और पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने गुनाह कबूलने के साथ ही क्रिकेट फैंन्स से माफी मांगी है। अल जजीरा की एक डॉक्युमेंट्री में दानिश ने अपना गुनाह कबूल किया है।
लगा था आजीवन बैन:
फिक्सिंग का यह मामला जब सामने आया तो इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड ने कनेरिया पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया। यह प्रतिबंध दुनिया के सभी क्रिकेट बोर्ड मानते हैं। इस बैन के बाद कनेरिया कभी फर्स्टक्लास क्रिकेट नहीं खेल सके।
क्या था मामला:
साल 2009 में हुई इस घटना में काउंटी क्लब एसेक्स के खिलाड़ी मार्विन वेसटफील्ड ने एक भारतीय बुकी अनु भट्ट से 6,000 ब्रिटिश पाउंड की रिश्वत ली। रिश्वत की शर्त यह थी कि डरहम के खिलाफ 40 ओवर के मुकाबले में वह अपने पहले ओवर में 12 रन देंगे। हालांकि उन्होंने कुल 10 रन ही दिए लेकिन उन्हें यह रकम दी गई थी।
दानिश कनेरिया पर आरोप था कि उन्होंने ही इस फिक्सिंग में मिडिलमेन की भूमिका निभाई थी। हालांकि कनेरिया के खिलाफ तो कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला था लेकिन मार्विन को इस गुनाह के आरोप में 2 महीने जेल में बिताने पड़े थे।कनेरिया ने अपना गुनाह कबूलते वक्त मार्विन से भी माफी मांगी है।
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दाएं हाथ के लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने वर्ष 2000 से 2010 तक पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेला। दानिश ने अपना पहला टेस्ट नवंबर 2000 में इंग्लैंड के खिलाफ किया था, आखिरी बार वे जुलाई 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ ही ट्रेंटब्रिज में टेस्ट मैच खेले। करीब 10 साल के इंटरनेशनल करियर में कनेरिया ने 61 टेस्ट और 19 वनडे मैच खेले। टेस्ट में उन्होंने 34.8 के औसत से 261 विकेट हासिल किए। पाकिस्तान की ओर से खेले इ गेंदबाज ने पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लेने का कारनामा 15 बार किया जबकि दो बार उन्होंने मैच में 10 या इससे ज्यादा विकेट हासिल किए। 77 रन देकर सात विकेट कनेरिया का पारी का और 94 रन देकर 12 विकेट मैच क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। 19 वनडे मैचों में उन्होंने 15 विकेट हासिल किए।