पुजारा को बॉलिंग करना सबसे मुश्किल-
कमिंस ने पुजारा को उच्च सम्मान में रखा जब उनसे पूछा गया। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एसीए) द्वारा आयोजित प्रश्न और उत्तर सत्र के दौरान कमिंस से पूछा गया था कि उन्हें किस बल्लेबाज ने गेंदबाजी करना सबसे कठिन लगा।
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कमिंस ने कहा, "वहां बहुत से लोग हैं, दुर्भाग्य से। लेकिन मैं किसी और के साथ जाने जा रहा हूं, और वह (चेतेश्वर) पुजारा भारत से हैं। वह हमारे लिए पीठ में एक वास्तविक दर्द था।"
'चट्टान जैसे मजबूत ध्यान वाले चेतेश्वर पुजारा'
पिछले सत्र में पुजारा ने भारत को ऑस्ट्रेलिया में पिछले साल टेस्ट सीरीज में जीत दिलाई थी, जिसमें उन्होंने 74 गेंदों पर तीन शतक और एक अर्धशतक की मदद से 521 रन बनाए थे।
कमिंस ने पुजारा को उखाड़ने में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने आने वाली कठिनाई को याद किया।
"वह (पुजारा) उस श्रृंखला में उनके लिए एक चट्टान था। (वह) वास्तव में बाहर निकलना मुश्किल था। पूरे दिन के बाद भी उसका जबरदस्त ध्यान केंद्रित ही रहता। वह टेस्ट क्रिकेट में अब तक का सबसे कठिन है, मुझे लगता है।" कमिंस ने जोड़ा।
नाथन लियोन भी मान चुके हैं पुजारा को 'नई दीवार'
पुजारा को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज नामित किया गया, और वह खिलाड़ी साबित हुए जिसने दोनों टीमों के बीच अंतर को स्थापित किया।
इससे पहले कंगारू स्पिनर नाथन लियोन ने भी पुजारा के लिए कहा था कि वो अपनी टीम के लिए नई दीवार बनकर उभरे हैं। भारतीय टीम ने 2018-19 में हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मेजबानों को 2-1 से मात दी थी। टेस्ट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था जब किसी एशियाई टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं के घर सीरीज जीतने में मात दी थी। नाथन ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत करते हुए कहा, "हम लोग विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे पर अपना फोकस किए हुए थे लेकिन हमारा ध्यान नहीं गया और पुजारा वॉल बनकर उभरे। मुझे यह कहना चाहिए कि वो भारतीय टीम की नई दीवार है।"