नई दिल्ली। पाकिस्तान भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज को लेकर दोनों देशों के बीच लंबे अर्से से दूरी बनी हुई है। दोनों मुल्कों के आपसी संबंध खराब होने के चलते क्रिकेट प्रशंसकों का रोमांच इनकी बलि चढ़ रहा है। हालिया खबर के मुताबिक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड भारत के साथ द्विपक्षीय सीरीज खेलना चाहता है इतना ही नहीं पीसीबी के प्रमुख एहसान मनी का कहना है कि द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध बहाल करने में आईसीसी को मदद करनी चाहिये क्योंकि यह उसकी जिम्मेदारी है ।
मनी ने एक साक्षात्कार के दौरान का कहा कि , मैं इसके बारे में पहले ही आईसीसी में अनौपचारिक स्तर पर बात कर चुका हूं। अब मैं पीसीबी में हूं और इसे अधिक प्रभावी ढंग से रखूंगा ताकि आईसीसी सभी देशों के बीच द्विपक्षीय श्रृंखलायें सुनिश्चित करे।उन्होंने कहा ,'' भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं होता है तो वे आईसीसी टूर्नामेंट में हमारे साथ क्यो खेलते हैं ।''
2007 से नहीं हुई है भारत और पाकिस्तान के बीच सीरीज:
भारत और पाकिस्तान ने 2007 के बाद से क्रिकेट के मैदान पर कई बार आमने-सामने आए है लेकिन दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ सीरीज नहीं खेली है। भारत ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद से पाकिस्तान से द्विपक्षीय टेस्ट श्रृंखला नहीं खेली है ।
मनी का कहना है कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि दो देश के क्रिकेट बोर्ड एक दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं।आईसीसी के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है। मैं आईसीसी प्रमुख होता तो बातचीत के जरिये यह मामला सुलझाने की कोशिश करता ।''
यह भी पढ़ें- Video- इस पाकिस्तानी बल्लेबाज के हेलमेट पर लगी गेंद, एंबुलेंस से ले जाना पड़ा हॉस्पिटल
बात दें कि पीसीबी ने बीसीसीआई से सात करोड़ डालर के मुआवजे की मांग की है जिस पर आईसीसी की विवाद निपटान समिति ने अभी फैसला नहीं सुनाया है।पीसीबी ने कहा है कि बीसीसीआई ने सहमति पत्र का सम्मान नहीं किया है । भारतीय बोर्ड का कहना है कि कानूनी तौर पर वह इसे मानने को बाध्य नहीं है। मनी का कहा है कि मेरा इरादा क्रिकेट के लिए भीख मांगने का नहीं है बल्कि बराबरी के दर्जे से बात करने का है। हमें एक दूसरे के साथ चलना होगा और हम खेलने के लिये तैयार हैं ।''