यूएई के साथ करेंगे संयुक्त रूप से करेंगे मेजबानी
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन एहसान मनी ने एक पोडकास्ट के जरिये इस बात की जानकारी दी कि हमने आईसीसी के सामने 5 से 6 प्रतियोगिताओं की मेजबानी का दावा किया है जिसमें सें हमें एक या दो से ज्यादा के मिलने की संभावना नहीं है। लेकिन हम सोच रहे हैं कि इसके लिये एक अन्य देश के यूएई के साथ संयुक्त मेजबानी के लिये बोली लगायें।
उन्होंने कहा, ‘मैंने एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के साथ बात शुरू कर दी है क्योंकि एक साथ बोली लगाने से मेजबानी का मौका बढ़ जायेगा लेकिन इसके लिये सहयोग की जरूरत है। '
ICC ने 20 प्रतियोगिताओं के लिये मांगे थे आवेदन
आईसीसी ने 2023 से 2031 तक होने वाली अपनी 20 वैश्विक प्रतियोगिताओं के लिये सदस्य देशों को 15 मार्च तक अपना पक्ष पेश रखने के लिये कहा था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण यह बैठक अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दी गयी है।
मनी ने कहा, ‘कुछ प्रतियोगिताएं हैं जिनमें 16 मैच होंगे जबकि कुछ टूर्नामेंट में 30 से 40 मैच होने हैं। हमें जिस तरह के टूर्नामेंट की भी मेजबानी मिले हम मैचों को अपने आपस में बांट सकते हैं।'
पाकिस्तान क्रिकेट के विकास के लिये जरूरी है ICC इवेंटस
मनी ने कहा, ‘पाकिस्तान क्रिकेट और उसके विकास के लिये जरूरी है कि यहां कुछ आईसीसी प्रतियोगिताएं खेली जाएं। '
गौरतलब है कि पाकिस्तान 1952 में आईसीसी का सदस्य बना था और तब से लेकर अब तक 2 ग्लोबल टूर्नामेंट का आयोजन कर चुका है, हालांकि दोनों ही इवेंटस में उसने संयुक्त मेजबानी की है। पाकिस्तान ने विश्व कप 1987 और 1996 की संयुक्त मेजबानी की थी, जिसे 2011 में भी संयुक्त मेजबानी मिली थी लेकिन लाहौर में 2009 में श्रीलंकाई टीम पर आतंकी हमले के बाद टीमों ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान जाने से इन्कार कर दिया था। बाद में भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका ने विश्व कप 2011 की संयुक्त मेजबानी की थी।