नई दिल्ली। इस वक्त पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड खूब सुर्खियां बटोर रहा है। पाक बोर्ड ने हाल ही में अपने 29 खिलाड़ियों के कोरोना टेस्ट करवाए जिसमें 10 पाॅजिटिव पाए गए। पाॅजिटिव पाए गए खिलाड़ियों में से जब मोहम्मद हफीज ने खुद टेस्ट करवाया तो वो नेगेटिव पाए गए। लेकिन फिर दोबारा पीसीबी ने उनका टेस्ट किया तो वो पाॅजिटिव पाए गए। पाॅजिटिव...नेगेटिव फिर पाॅजिटिव के खेल ने पाक बोर्ड पर ही सवाल खड़े कर दिए कि आखिर सही क्या है। जहां खिलाड़ी कोरोने के कहर से परेशान है तो वहीं इस बीच पाक बोर्ड ने खिलाड़ियों को बड़ा झटका दे दिया है।
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दरअस, पीसीबी ने फैसला लिया है कि वह इस साल अनुबंधित खिलाड़ियों के वेतन और मैच फीस में बढ़ाैतरी नहीं करेंगे। ए, बी, सी और ए प्लस ग्रेड वाल सभी खिलाड़ियों को पिछले साल की तरह ही पैसा दिया जाएगा। कुछ महीने पहले, रिपोर्ट्स थीं कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों के वेतन में वृद्धि होगी। हालांकि, एक ताजा रिपोर्ट बताती है कि इस साल ऐसा नहीं होगा। पीसीबी ने केंद्रीय अनुबंधित क्रिकेटरों के लिए मैच फीस नहीं बढ़ाने का फैसला किया है।
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कई क्रिकेटरों ने हाल ही में अपने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं जो उन्हें पीसीबी द्वारा की पेशकश की गई थी। हालांकि, कुछ खिलाड़ी कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर नहीं कर पाए हैं क्योंकि वे कोरोनोवायरस के लॉकडाउन होने के कारण घर पर अटक गए हैं। हर दूसरे देश की तरह, पाकिस्तान में COVID-19 महामारी की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। देश में एक लाख से अधिक सक्रिय कोरोनावायरस संक्रमण हैं।
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