नई दिल्ली। मैच फिक्सिंग मामले में पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज उमर अकमल पर पीसीबी की डिसिप्लेनरी कमिटी ने एंटी करप्शन कोड के तहत 3 साल का बैन लगाया है। अब पीसीबी के इस फैसले के खिलाफ उमर अकमल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। पीसीबी ने रविवार को इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश न्यायमूर्ति फकीर मोहम्मद खोखर के सामने होगी।
मैच फिक्सिंग के लिये फिक्सर्स की तरफ से संपर्क किये जाने के मामले में बोर्ड को जानकारी देने में नाकाम रहने के चलते उमर अकमल पर 3 साल का बैन लगा है और इसी के चलते वह पाकिस्तान सुपर लीग में क्वेटा ग्लैडिएटर्स की टीम के लिये खेल नहीं सके और साथ ही आगे चलकर फ्रैंचाइजी को पूरे पैसे वापस भी करना पड़ा।
और पढ़ें: 'पाताललोक' कॉन्ट्रोवर्सी पर विराट कोहली ने तोड़ी चुप्पी, कहा- डरपोक नहीं हैं अनुष्का
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अनुशासनात्मक पैनल ने उमर अकमल को एसीसी के अनुच्छेद 2.4.4 के दो नियमों के तहत दोषी पाया है। इससे पहले उमर अकमल ने बैन के खिलाफ ने प्रधानमंत्री के संसदीय मामलों के सलाहकार, बाबर अवन की कानून कंपनी को अपना पैरोकार बनाया है।
उमर अकमल ने अपने प्रतिबंध को चुनौती दी जिसके बाद पीसीबी ने कहा है कि न्यायमूर्ति खोखर अपील की सुनवाई की तारीख तय करेंगे। पाकिस्तान सुपर लीग टीम क्वेटा ग्लेडिएटर्स की ओर से खेलने वाले अकमल को फरवरी में 2020 पीएसएल में इस्लामाबाद के खिलाफ पहले मैच से कुछ घंटे पूर्व निलंबित कर दिया गया था।
और पढ़ें: इरफान पठान का दावा, करियर में धोनी से नहीं मिला पूरा समर्थन
आपको बता दें कि उमर अकमल ने आखिरी बार पाकिस्तान के लिये अक्टूबर में शिरकत की थी। अपने करियर में वह अब तक 16 टेस्ट, 121 वनडे और 84 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं जिसमें उन्होंने क्रमश: 1003, 3194 और 1690 रन बनाये हैं।