नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल के सामने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की शिकायत करते हुए कहा है कि भारतीय टीम के साथ क्रिकेट न खेलने की वजह से घाटे की दुहाई देते हुए बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी का अधिकार मांगा है। पीसीबी ने आईसीसी से किसी बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी की मांग करते हुए कहा है कि भारत के साथ तय द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेलने के कारण उसे बहुत बड़ा वित्तीय घाटा हुआ है जिसकी भरपाई आईसीसी के किसी बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी करके ही होगी।
पीसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वसीम खान ने कहा, 'भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला की संभावना काफी कम है और इसके चलते हमें पहले ही लाखों डॉलर का नुकसान हो चुका है।'
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उन्होंने कहा कि वह आईसीसी क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ टी20 विश्व कप, एशिया कप और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप पर वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये चर्चा करेंगे और इस मुद्दे पर बात करेंगे। वसीम खान का मानना है कि पाकिस्तान 2023 में आईसीसी के किसी बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी करने के लिए तैयार है।
खान ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी अब इतना बड़ा मुद्दा है क्योंकि सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है। हमने पाकिस्तान में 'पाकिस्तान सुपर लीग' का आयोजन करने के साथ टेस्ट मैचों के लिए श्रीलंका और बांग्लादेश जैसी टीमों की मेजबानी की। हमने कई और छोटे टूर्नामेंटों और श्रृंखला का आयोजन किया है जिससे पता चलता है कि हम आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी करने में सक्षम हैं।'
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उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान को आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी इसलिए भी मिलनी चाहिए क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय सीरीज जो कि पिछले काफी समय से लंबित पड़ी है बीसीसीआई के चलते आयोजित नहीं हो पा रही है। इससे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को लाखों डॉलर का वित्तीय नुकसान झेलना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि भारत-पाकिस्तान के मौजूदा राजनायिक हालात देखकर इन दोनों देशों के बीच निकट भविष्य में भी किसी द्विपक्षीय श्रृंखला की संभावना नहीं है।