नई दिल्ली। पेय पदार्थों की दिग्गज कंपनी पेप्सिको ने टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी के साथ अपना 11 साल पुराना सफर खत्म कर दिया। कंपनी ने धोनी के साथ करार खत्म कर विराट कोहली को चेहरा बनाया है। कंपनी के इस फैसले से स्पष्ट संकेत मिले हैं कि धोनी की चमक विज्ञापन की दुनिया में फीकी पड़ रही है।
कमाई के लिहाज से विज्ञापनों में सबसे ज्यादा पैसा वसूलने वाले धोनी का साल 2005 में पेप्सिको के साथ करार हुआ था। धोनी कंपनी के 'ओह यश अभी' और 'चेंज द गेम' जैसे अहम कैंपेन में भी दिखे। लेकिन अब उनकी पारी यहां समाप्त हो गई।
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कोहली ने ली धोनी की जगह
टेस्ट क्रिकेट में धोनी के बाद टीम इंडिया की कमान संभाल रहे विराट कोहली अब यहां भी धोनी की जगह ले रहे हैं। पेप्सिको ने कोहली को नया आइकन बनाया है।
कंपनी ने कहा- हम अपने ब्रांड को हीरो बनाते हैं
35 वर्षीय धोनी पेप्सी कोला के अलावा लेज चिप्स के विज्ञापन भी करते थे। पेप्सिको के वाइस प्रेजिडेंट (बेवरेजेज) विपुल प्रकाश ने कहा कि कंपनी विज्ञापन पॉलिसी हमेशा से अपने प्रोडक्ट को मार्केटिंग और एटवरटाइजिंग में हीरो बनाने की रही है।
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पेप्सिको 7अप, माउंटेन ड्यू ड्रिंक और कुरकुरे स्नैक्स भी बनाती है। विज्ञापन के लिहाज से कंपनी ने हमेशा टॉप सेलेब्रिटी ही चुने हैं, जिनमें स्पोर्ट्स और बॉलीवुड के शीर्ष पर रहने वाले स्टार शामिल हुए। फिलहाल विराट कोहली के अलावा रणबीर कपूर और परिणीति चोपड़ा भी कंपनी के विज्ञापनों में दिख रहे हैं।
घट रहा है धोनी का क्रेज?
साल 2014 तक धोनी 18 ब्रांड्स के विज्ञापन करते थे, लेकिन अब वह सिर्फ 10 ब्रांड्स तक ही सीमित हो गए हैं। फोर्ब्स मैग्जीन के मुताबिक, विज्ञापनों से होने वाली धोनी की कमाई सैलरी और प्रोफेशनल कमाई की करीब चार गुना है। फिलहाल कॉन्ट्रैक्ट को लेकर धोनी या उनके मैनेजर की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।