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2nd Test: 12 साल बाद इशांत ने पंजे का दिखाया दम, बताया पिंक बॉल से विकेट निकालने का राज

नई दिल्ली। भारतीय टीम ने कोलकाता के मैदान पर खेले जा रहे अपने पहले ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट मैच में इशांत शर्मा की तेज गेंदबाजी की बदौलत बांग्लादेश को घुटनों पर ला खड़ा कर दिया। बांग्लादेश की टीम महज 106 रन पर ऑल आउट हो गई। अपने करियर में 12 साल बाद भारत की सरजमीं पर 5 विकेट झटककर बांग्लादेश की कमर तोड़ने वाले इशांत शर्मा ने मैच के बाद बताया कि आखिर किस तरह से पिंक बॉल से एक गेंदबाज विकेट झटकने में कामयाब हो सकता है। मैच के शुरुआत में तेज गेंदबाजों को स्विंग नहीं मिल रही थी लेकिन कुछ देर बाद इशांत ने गेंदबाजी में थोड़ा बदलाव किया और फिर नतीजा सामने हैं।

और पढ़ें: 2nd Test, IND vs BAN: पहले ही दिन बांग्लादेश ने रचा इतिहास, ऐसा करने वाली पहली टीम बनी

मैच के बाद इशांत ने कहा,' लाल गेंद की तुलना में पिंक बॉल काफी अलग है। शुरूआत में हमने सही लेंथ पर गेंदबाजी की लेकिन हमें किसी तरह की स्विंग देखने को नहीं मिल रही थी। इसके बाद हमें अहसास हुआ कि शायद पिंक बॉल से किस लेंथ पर हमें गेंद करनी चाहिए यह हमें पता नहीं। हमने आपस में बात की और गुलाबी गेंद के लिए सही लेंथ हासिल की।'

12 साल बाद भारत में झटके 5 विकेट

12 साल बाद भारत में झटके 5 विकेट

करियर में 5 विकेट झटकने के लिये एक दशक ज्यादा का समय लगने पर भी जब इशांत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,' करियर के शुरुआती दौर में अपने प्रदर्शन, विकेट लेने और बल्लेबाजों को परेशान करने का मुझ पर काफी दबाव रहता था। निश्चित तौर पर अब मेरे पास अनुभव है और मैं परिस्थितियों के अनुसार अपनी लेंथ को लेकर जल्द से जल्द सामंजस्य बिठा लेता हूं। अब मैं इस बारे में ज्यादा नहीं सोचता बल्कि सिर्फ अपनी क्रिकेट का लुत्फ उठा रहा हूं।'

4 साल से वनडे और 6 साल से नहीं खेला है टी20 मैच

4 साल से वनडे और 6 साल से नहीं खेला है टी20 मैच

भारत की टेस्ट टीम का नियमित हिस्सा बन चुके इशांत शर्मा ने साल 2016 में अपना आखिरी वनडे मैच खेला था जबकि 2013 के बाद से वह भारतीय टीम के लिये टी20 मैच नहीं खेले हैं।

ईशांत ने इस पर बात करते हुए कहा कि हां इस बात का कभी-कभी बुरा लगता है लेकिन अब मैं जिंदगी में उस स्तर पर पहुंच गया हूं जहां इन चीजों को लेकर मुझे कोई चिंता नहीं होती है।

अब सिर्फ खेलना चाहता हूं

अब सिर्फ खेलना चाहता हूं

मैं अब 31 साल का हूं और अगर मैं किसी प्रारूप में खेलने को लेकर चिंता करता हूं तो फिर मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाऊंगा।

उन्होंने कहा, 'मैं केवल खेलना चाहता हूं, चाहे वह रणजी ट्रॉफी हो या भारत की तरफ से। अगर आप खेल का लुत्फ उठाते हो तो आप अच्छा प्रदर्शन भी करोगे। अगर आप छोटी छोटी बातों पर ध्यान देते हो तो कभी सुधार नहीं कर सकते हो।'

Story first published: Saturday, November 23, 2019, 7:36 [IST]
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