दिलचस्प हुई प्लेऑफ की रेस
अगर पंजाब और केकेआर की टीमें अपने अगले दो मैचों में से एक में जीत दर्ज करें और एक मैच हार जाएं तो मामला थोड़ा पेंचीदा हो जाएगा। दोनों ही टीमों के 14 अंक हो जाएंगे। अगर ऐसा होता है तो मुमकिन है कि 7 टीमें 14 अंक या उससे अधिक के साथ लीग मैचों में फिनिश करें। हालांकि केकेआर अगर अपने दोनों मैच जीतती है और पंजाब की टीम एक मैच हार जाती है तोबाकी की टॉप तीन टीमें टॉप 4 में जगह बना सकती हैं और पंजाब को बाहर का रास्ता दिखा सकती हैं।
नेट रन रेट होगा अहम
लेकिन अगर नेट रन रेट के आधार पर चौथी टीम का फैसला होता है तो किंग्स इलेवन पंजाब की टीम को केकआर और राजस्थान रॉयलस से ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद की टीम का रन रेट बेहतर हैं, लिहाजा अगर आखिरी के तीन मैच जीतकर हैदराबाद की टीम 14 अंकों के साथ फिनिश करती है तो पंजाब के लिए मुश्किल हो सकती है। हैदराबाद के अगले तीन मैच मुंबई इंडियंस, दिल्ली कैपिटल्स और आरसीबी के खिलाफ हैं। तीनों ही टीमें अंक तालिका में टॉप 3 में हैं, लिहाजा इन तीनों ही टीमों को हरा पाना हैदराबाद के लिए आसान नहीं होगा।
केकेआर की राह आसान नहीं
केकेआर की बात करें तो उसके अगले तीन मुकाबले राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स खिलाफ है। ऐसे में अगर कोलकाता की टीम दोनों ही मैच जीतती है तो उसके पास 16 अंक होंगे और वो प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई कर सकते हैं। लेकिन अगर एक मैच हार जाती है तो नेट रन रेट की समस्या केकेआर के सामने खड़ी हो सकती है। पंजाब की टीम के भी अगले दो मुकाबले चेन्नई और राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ हैं। ऐसे में अगर दोनों ही टीमें 14 अंक के साथ फिनिश करती हैं तो पंजाब नेट रन रेट के लिहाज से प्लेऑफ में जा सकती है।