नई दिल्ली: सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को डोपिंग उल्लंघन के लिए आठ महीने के निलंबन के बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए मुंबई के टीम में वापसी की संभावना है।
राज्य के एक-हॉक चयन पैनल के अध्यक्ष मिलिंद रेगे ने कहा कि शॉ के चयन पर निश्चित रूप से चर्चा की जाएगी। उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए बताया, "वह 16 नवंबर से खेलने के लिए आजाद होंगे, इसलिए निश्चित रूप से उनको चयन के लिए उपलब्ध माना जाएगा। मैं इस बात पर कोई प्रतिबद्धता नहीं जता सकता कि वह वापस आएंगे या नहीं, लेकिन हम निश्चित रूप से उसके चयन पर चर्चा करेंगे।"
रेगे के पैनल ने फिलहाल मुंबई के पहले तीन मैचों के लिए टीम की घोषणा की है क्योंकि श्रेयस अय्यर, शार्दुल ठाकुर और शिवम दूबे जैसे प्रमुख खिलाड़ी वर्तमान में बांग्लादेश के खिलाफ टी 20 सीरीज के लिए भारत टीम का हिस्सा हैं। शॉ के खेलने के योग्य होने से पहले मुंबई अपने सात में से छह ग्रुप मैच खेलेगी।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने शॉ को इस साल जुलाई में निलंबित कर दिया था।
NZvENG: T-20 में चली विश्व चैम्पियन इंग्लैंड की आंधी, नेपियर में तोड़े 4 बड़े रिकॉर्ड
बीसीसीआई ने एक बयान में कहा, "मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन खिलाड़ी पृथ्वी शॉ को डोपिंग उल्लंघन के लिए निलंबित कर दिया गया है। शॉ ने अनजाने में एक निषिद्ध पदार्थ का सेवन किया था, जो आमतौर पर कफ सिरप में पाया जा सकता है।"
जानकारी के मुताबिक 22 फरवरी, 2019 को इंदौर में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी मैच के दौरान क्रिकेटर द्वारा दिए गए मूत्र के नमूने से टरबुटालीन को बरामद किया था।
"16 जुलाई को, शॉ पर BCCI एंटी डोपिंग रूल्स (ADR) आर्टिकल 2.1 के तहत एंटी-डोपिंग रूल वॉयलेशन (ADRV) के कमीशन का आरोप लगाया गया था और उनको प्रोविजनलली सस्पेंड कर दिया गया था। पृथ्वी ने लेकिन यह कहा था कि उन्होंने अनजाने में यह दवा ली थी और उस समय उनको खांसी हो रही थी।"
बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा था कि वे शॉ द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण से संतुष्ट थे कि उन्होंने रिस्पेरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का इलाज करने के लिए अनजाने में टेरबुटालीन लिया था न कि प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवा के रूप में। शॉ पर प्रतिबंध की आठ महीने की अवधि 16 मार्च से शुरू हुई और इस साल 15 नवंबर को समाप्त होगी।