खेली कमाल की पारी
भारत को दूसरा टेस्ट मुकाबला और सीरीज दोनों ही जीतने के लिए केवल 72 रन चाहिए थे। ऐसे में शॉ और केएल राहुल दोनों ही खास लय में दिख रहे थे, वहीं जब भारत को जीत के लिए महज एक रन नकी जरूरत थी तो पृथ्वी शॉ ने के एल राहुल से विनिंग शॉट लगाने की मांग की। शॉ की इस मांग को राहुल ने तुरंत मान लिया, उन्होंने इस युवा बल्लेबाज को जीत दिलाने का पूरा मौका दिया। उन्होंने ओवर की सभी गेंदों को प्लेड कर दिया। अगले ओवर में शॉ ने शानदार कवर ड्राइव मार चौका लगाया और टीम इंडिया को 10 विकेट से जीत दिला दी।
लगातार 10वीं सीरीज जीतः
टीम इंडिया ने भारत में लगातार 10 सीरीज जीतने का रिकॉर्ड कायम किया है। भारत के जीतने का सिलसिला 2012-13 में ऑस्ट्रेलिया पर 4-0 की जीत के साथ शुरू हुआ था।इसके बाद उसने 2013-14 में वेस्टइंडीज को 2-0, 2015-16 में साउथ अफ्रीका को 3-0 से, 2016-17 में न्यूजीलैंड को 3-0, इंग्लैंड को 4-0, बांग्लादेश को 1-0 और ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया है. जबकि 2017-18 में श्रीलंका और अफगानिस्तान को 1-0 से पटखनी दी है। वहीं हाल ही में वेस्टइंडीज की टीम भारत के हाथों 2-0 से हारी है।
डेब्यू मैच में जड़ा था शतकः
अपने इंटरनेशनल क्रिकेट में शॉ ने जिस तरह का कमाल किया है उससे हर कोई उनकी प्रतिभा का दीवाना हो गया है। अपने डेब्यू मुकाबले में ही शतक जड़कर शॉ ने खुद को साबित किया था। वहीं इस मुकाबले के बाद कई दिग्गज खिलाड़ी उनकी तुलना भविष्य के तेंदुलकर के रूप में कर रहे हैं। बता दें कि इस दो मैच की सीरीज में उन्हें मैन ऑफ द सीरीज के खिताब से भी नवाजा गया है। वहीं विजयी शॉट खेलने के साथ ही उनके नाम एक खास रिकॉर्ड और जुड़ गया। दरअसल पैट कमिंस के बाद वो विजयी रन बनाने वाले दुनिया के दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। शॉ ने ये कारनामा 18 साल 339 दिन की उम्र में किया। वहीं पैट कमिंस ने 18 साल 198 दिन की उम्र में विजयी रन बनाए थे। अपने डेब्यू सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज का खिताब जीतने वाले पृथ्वी शॉ भारत के चौथे खिलाड़ी बन गए हैं। उनके अलावा इस क्लब में अभी क्रिकेट के दिग्गज सौरव गांगुली, आर अश्विन और रोहित शर्मा शामिल हैं।