टेस्ट क्रिकेट से डेब्यू करना चाहते हैं प्रियम गर्ग
अंडर-19 क्रिकेट टीम के कप्तान और भारत के उभरते हुए खिलाड़ी प्रियम गर्ग ने इस लाइव चैट के दौरान बताया कि वह भारत के लिये अपने करियर की शुरुआत बतौर टेस्ट क्रिकेट से करना चाहते हैं। अपने पसंदीदा प्रारूप के बारे में पूछे जाने पर प्रियम ने टेस्ट क्रिकेट का नाम लिया और कहा कि वह चाहते हैं कि उनका डेब्यू टेस्ट क्रिकेट से ही ही।
उन्होंने कहा, 'मैं भारत के लिये हर हाल में टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मेरा सपना है कि जब मेरा इंटरनेशनल डेब्यू हो तो टेस्ट में हो।'
क्या तीनों फॉर्मेट में अलग होनी चाहिये टीम
इस दौरान प्रियम से यह भी पूछा गया कि उन अटकलों पर उनकी क्या राय है जिसमें क्रिकेट के तीनों प्रारूप में अलग-अलग टीमें रखे जाने की बात की जा रही है। इसके जवाब में प्रियम ने कहा कि यह खिलाड़ी की मानसिक और शारीरिक मजबूती पर निर्भर करता है।
उन्होंने कहा,'अगर आपकी फिटनेस अच्छी है तो कोई भी खिलाड़ी क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट खेल सकता है। आप हर खिलाड़ी को एक नजरिए से नहीं देख सकते। अगर खिलाड़ी की फिटनेस अच्छी है तो वो तीनों फॉर्मेट खेल सकता है। पिछले साल मैंने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट खेले और मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा। जरूरत है तो अच्छी फिटनेस और मानसिक मजबूती की।'
क्या खुद को रैना से बेहतर फील्डर मानते हैं प्रियम
गौरतलब है कि हाल ही में प्रियम गर्ग ने भारतीय टीम के बायें हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना के साथ लाइव चैट की थी, जहां पर सुरेश रैना ने उनकी फील्डिंग की तारीफ करते हुए उन्हें खुद से बेहतर फील्डर बताया। हेलो पर लाइव के दौरान जब प्रियम से पूछा गया कि उनके लिये इस कॉम्पलिमेंट के क्या मायने हैं तो उन्होंने कहा कि यह उनका बड़प्पन है जो वो मुझे खुद से बेहतर फील्डर बताते हैं।
उन्होंने कहा,' सुरेश रैना की यह स्ट्रैटेजी है किसी भी खिलाड़ी का मनोबल बढ़ाने की जिसके जरिये वो सामने वाले आत्म-विश्वास जगाते हैं कि वह उनसे बेहतर कर रहा है। सही मायनों में यह उनका बड़प्पन है। मैं फील्डिंग में उनके लेवल की बराबरी करने की कोशिश कर सकता हूं उनसे बेहतर नहीं बन सकता। क्योंकि पहले तो हर व्यक्ति की अपनी अलग स्टाइल होती है और दूसरे उन्होंने जो बेंचमार्क सेट कर दिये हैं उसे पार कर पाना काफी मुश्किल है।'
कैसे दूर होगा यूपी की टीम का खिताबी सूखा
इस दौरान प्रियम ने उस सवाल का भी जवाब दिया कि भारतीय टीम में ज्यादातर यूपी के खिलाड़ियों का बोलबाला देखा गया है और बहुत सारे अच्छे खिलाड़ी वहीं से आते हैं, इसके बावजूद क्या कारण है कि पिछले काफी समय से घरेलू क्रिकेट में यूपी के लिये खिताबी सूखा पड़ा हुआ है।
इसके जवाब में प्रियम ने कहा,' ऐसा नहीं है कि हमारी टीम में अच्छे खिलाड़ी नहीं है या फिर उनमें टैलेंट की कमी है पर मैंने जितना अनुभव किया है कि जब भी आपकी टीम नई होती है तो उसे सेट होने में थोड़ा समय लगता है। हमारी टीम में ज्यादातर खिलाड़ी 1-2 साल पुराने हैं। हमने पिछले साल हर बड़े टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया नॉकआउट खेले लेकिन खिताबी जीत में बदल पाने में असमर्थ रहे। हालांकि हमें विश्वास है कि हमें थोड़े वक्त की जरूरत है और हम बहुत जल्द इस सूखे को खत्म कर सकेंगे।'
आखिर क्यों है आईपीएल 2020 का आयोजन जरूरी
अपने पहले आईपीएल सीजन का इंतजार कर रहे प्रियम गर्ग ने कहा कि नीलामी के वक्त सिर्फ टीम में चुने जाने का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने पैसों के बारे में बिल्कुल नहीं सोचा था कि वह कितने में बिकेंगे। वह बस इतना चाहते थे कि कोई टीम उन्हें खरीद ले तो वह ड्रेसिंग रूम में इतने बड़े खिलाड़ियों के साथ उनके अनुभव का लाभ उठा सकें। इस दौरान प्रियम ने यह भी बताया कि आखिरकार युवा खिलाड़ियों के लिये आईपीएल का आयोजन इतना जरूरी क्यों हो जाता है।
उन्होंने कहा,' मैं आईपीएल इसलिए खेलना चाहता हूं क्योंकि वहां बड़े-बड़े खिलाड़ी आते हैं जिनसे सीखने को काफी कुछ मिलता है। मुझे बस आईपीएल खेलना है। मैंने कभी नहीं सोचा कि मैं कितने में बिकूंगा, मैं 20 लाख में बिकता या 20 करोड़ में उससे फर्क नहीं पड़ता। बस आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में खेलना और सीनियर खिलाड़ियों से सीखना बड़ी चीज है।'