भारत में टिकटॉक बैन होने पर ट्रोल हुए वार्नर-
ये वीडियो वो टिकटॉक पर बनाते हैं जिसकी कुछ झलकियां वे इंस्टाग्राम पर भी दिखाते रहते हैं। कोरोनोवायरस महामारी के कारण क्रिकेट नहीं होने के कारण, बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए यह खुद को व्यस्त रखने का एक तरीका ढूंढा था।
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भारत में उनके सोशल मीडिया पोस्ट बहुत हिट हैं। लेकिन उनका टिकटोक 'प्रदर्शन' इनमें सबसे लोकप्रिय है। चीनी वीडियो-शेयरिंग ऐप में उनके 4.6 मिलियन से अधिक प्रशंसक हैं, जिनमें ज्यादातर भारतीय हैं। बता दें कि वार्नर ने 18 अप्रैल को अपने टिकटोक की शुरुआत की थी।
रविचंद्रन अश्विन ने की शुरुआत-
ऐसे में जब भारत सरकार ने प्रमुख चीनी ऐप्स जिनमें टिकटॉक भी शामिल है, को बैन करने का फैसला लिया तो सोमवार को सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान का नाम भी सोशल मीडिया पर काफी चर्चित हुआ।
भारत के स्पिनर अश्विन ने मोर्चा संभाला। एक ट्विटर पोस्ट में, अश्विन ने "अप्पो अनवर" लिखा और वार्नर को टैग किया, जैसे कि 'अब आप क्या करेंगे' पूछ रहे हैं। अश्विन का यह ट्वीट तुरंत हिट हो गया, इसे पोस्ट करने के कुछ ही घंटों में पांच हजार से ज्यादा लाइक्स मिले।
इंडियन फैंस ने ऐसे लिए वार्नर के मजे-
इस बीच, कई प्रशंसकों ने भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल पर भी ध्यान दिया।
भारत सरकार ने चीन के खिलाफ कड़ा फैसला लेते हुए 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया है। जिन ऐप्स पर बैन लगे हैं उनमें फेमस ऐप टिकटॉक, पबजी और यूसी ब्राउजर शामिल हैं। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69ए के तहत इन 59 चीनी मोबाइल ऐप्स पर पाबंदी लगाई है। मंत्रालय की तरफ से एक नोटिस जारी कर कहा गया है कि ये 59 चीनी ऐप्स उन गतिविधियों में लगे हुए थे जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा हैं।
भारत में बेहद लोकप्रिय है टिकटॉक-
टिकटॉक एक ऐसा ऐप्स है, जो शायद चीन से भी ज्यादा भारत में लोकप्रिय हो गया है। भारत में बहुत सारे लोग टिकटॉक देखते हैं और टिकटॉक वीडियो बनाते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक टिकटॉक का 10% कमाई का हिस्सा भारत से जाता है। ऐसे में इस ऐप के बैन होने से चीन को अच्छा-खासा नुकसान होगा।
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अन्य लोकप्रिय ऐप्स पर भी गिरी है गाज-
सिर्फ टिकटॉक ही नहीं बल्कि हेलो, शेयरईट, यूसी ब्राउज़र जैसे कई ऐप्स इस लिस्ट में शामिल है। आइए आपको इस लिस्ट के सभी ऐप्स के नाम बताते हैं। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धारा 69A के तहत चीन के ऐप्स को बैन कर दिया है।