अश्विन ने बताया क्यों छोड़ा पंजाब का साथ
उल्लेखनीय है कि किंग्स इलेवन पंजाब के सह मालिक नेस वाडिया ने ट्रेडिंग विंडो के दौरान साफ किया था कि उनकी टीम किसी भी हालत में रविचंद्रन अश्विन को दिल्ली कैपिटल्स के साथ ट्रेड नहीं करेगी, हालांकि इस बात को एक महीना भी पूरा नहीं हो सका था और दोनों फ्रैंचाइजियों के बीच ट्रेड पूरा हो गया है। अब इस बात का खुलासा करते हुए अश्विन ने आखिरकार किंग्स इलेवन पंजाब को छोड़कर दिल्ली कैपिटल्स की टीम में जाने का फैसला क्यों किया।
हाल ही में दिल्ली कैपिटल्स के साथ लाइव चैट के दौरान अश्विन ने कहा कि वह दिल्ली कैपिटल्स की टीम को खिताब के लिये फ्रंट रनर बनाना चाहते थे इसीलिये उन्होंने पंजाब को छोड़कर दिल्ली में जाना स्वीकार किया।
अनुभव से दिल्ली को खिताब जिताने में कर सकता हूं मदद
अश्विन ने कहा कि मैं एक ऐसी टीम में शामिल होने जा रहा था जिसने पिछले साल सभी को चौंकाते हुए प्लेऑफ में जगह बनाई थी और मुझे लगा कि मेरा अनुभव इसे खिताब जिता सकता है।
उन्होंने कहा, 'मैं एक फ्रेंचाइजी में आ रहा था जिसने पिछले सीजन में प्लेऑफ़ के लिए क्वॉलिफाई किया था। इस टीम में ऋषभ (पंत) और पृथ्वी (शॉ) सहित कुछ बहुत ही रोमांचक खिलाड़ी हैं। मुझे लगा कि मैं अपने अनुभव का इस्तेमाल फ्रेंचाइजी के लिए कर सकता हूं और टीम को और बेहतर बना सकता हूं। अगर मैं गेंदबाजी को मजबूत करने में मदद कर पाता हूं तो हम टाइटल के फ्रंट रनर्स बन सकते हैं। मैं इसी सोच के साथ इस टीम में आया हूं।'
पंजाब के लिये अश्विन ने की थी 2 सीजन कप्तानी
गौरतलब है कि पंजाब की टीम ने अश्विन को 2018 की आईपीएल नीलामी में 7.6 करोड़ रुपये में खरीदा था, जिसके बाद उन्होंने 2 साल तक टीम की कप्तानी की। इस दौरान उन्होंने शुरुआत तो अच्छी की लेकिन अंजाम दे पाने में नाकाम रहे। टीम एक भी बार क्वालिफाई कर पाने में नाकाम रही।
अश्विन के अलावा भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे भी दिल्ली कैपिटल्स में इस सीजन में शामिल हुए। यह दोनों सीनियर खिलाड़ी आईपीएल में युवा श्रेयस अय्यर की कप्तानी में खेलेंगे। वहीं, किंग्स इलेवन पंजाब ने केएल राहुल को अपना नया कप्तान बनाया है। इसके साथ ही उन्होंने अपने कोचिंग स्टाफ में अनिल कुंबले को भी जोड़ा है। कुंबले भारतीय क्रिकेट टीम, मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के साथ काम कर चुके हैं।