नई दिल्ली। दुनिया भर में फैली महामारी कोरोना वायरस के चलते पिछले 2 महीने से ज्यादा समय से क्रिकेट जगत पूरी तरह से ठप्प पड़ा है। इस महामारी के चलते अब तक लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और लाखों लोग संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। इस बीच अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिये कई देश लॉकडाउन में चले गये हैं। भारत में भी पिछले 70 दिनों से ज्यादा समय से लॉकडाउन जारी है। ऐसे में खिलाड़ियों के लिये अपने मानसिक स्वास्थ्य को बनाये रखना बड़ी चुनौती बन गया है।
भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन भी इन दिनों लॉकडाउन में समय बिता रहे हैं। हालांकि इस बीच वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं लेकिन गुरुवार को एक लाइव सेशन के दौरान उन्होंने कहा कि अगर वह जल्द बाहर नहीं निकले तो उनके लिये मानसिक स्वास्थ्य को बनाये रखना काफी मुश्किल हो सकता है।
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अश्विन ने लाइव चैट के दौरान धार्मिक उपदेशक सदगुरु के साथ बात करते हुए कहा कि लॉकडाउन के बीच उन्हें घर में रहते हुए और खेल से दूर हुए 2 महीने से ज्यादा का समय बीच चुका है। ऐसे में वह अब घर में असहज महसूस कर रहे हैं और मैदान पर उतरकर खेलने को बेताब हैं।
उन्होंने कहा, 'शुरुआत में मुझे लगा कि मैं ठीक हूं लेकिन अब मैं असहज हो रहा हूं, मैं मैदान पर उतरकर खेलना चाहता हूं या ऐसा ही कुछ करना चाहता हूं, घर के अंदर मैं असहज हो रहा हूं।'
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गौरतलब है कि अन्य भारतीय क्रिकेटरों की तरह अश्विन ने भी 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन का पालन किया और अभ्यास करने भी नहीं जा सके हैं।
आपको बता दें कि लॉकडाउन 4 और 5 में केंद्र सरकार की तरफ से छूट दिये जाने के बावजूद चेन्नई में अभी खेल गतिविधियों की शुरुआत नहीं हुई है। इस लाइव चैट के दौरान अश्विन बतौर होस्ट सवाल पूछ रहे थे और सदगुरु कोरोना वायरस के दौरान लोगों को संयम बनाये रखने के मुद्दे पर जवाब दे रहे थे।