रैना ने हमेशा मुश्किल काम को बनाया आसान
सुरेश रैना ने भारतीय टीम के लिये मध्यक्रम में लगभग 13 सालों तक बल्लेबाजी की और इस दौरान 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलकर 8000 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय रन बनाने का काम किया।
रैना की उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख राहुल द्रविड ने कहा, ‘एक बात जो हमने हमेशा महसूस की, वह यह कि सुरेश ने हर मुश्किल काम किया। अपने करियर के अधिकांश समय में उन्होंने निचले क्रम पर बल्लेबाजी की, मुश्किल स्थानों पर क्षेत्ररक्षण किया, कुछ अच्छे ओवर फेंके और हमेशा टीम को बहुत कुछ दिया। एक शानदार ‘टीम मैन', जिसने हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। वह खेल में बहुत ऊर्जा लेकर आये और बहुत कुशल बल्लेबाज थे ।'
अगर ऊपर आते तो बनाते और भी ज्यादा रन
गौरतलब है कि आईपीएल के इतिहास में सुरेश रैना को सबसे सफल बल्लेबाजों में गिना जाता है जिन्होंने 193 मैचों में 5368 रन बनाये है। वह इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर काबिज है। पहले स्थान पर भारतीय कप्तान विराट कोहली है जिनके नाम 177 मैच में 5412 रन है। पूर्व कप्तान द्रविड़ का मानना है कि अगर रैना को ऊपर बल्लेबाजी के लिये भेजा जाता तो उनके नाम और रन हो सकते थे।
उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो अगर उनका बल्लेबाजी क्रम ऊपर होता तो उनके आंकड़े काफी बेहतर होते, जैसे कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए उन्हें सफलता मिली है। आईपीएल के लिए वह एक अभूतपूर्व खिलाड़ी हैं।'
जूनियर क्रिकेट के दौरान ही रैना ने मनवाया था लोहा
राहुल द्रविड़ ने सुरेश रैना की तारीफ करते हुए कहा कि इस खिलाड़ी ने जूनियर स्तर पर क्रिकेट खेलने के दौरान ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। इस दौरान उन्होंने बेहद कम समय के लिए भारतीय टीम की कमान भी संभालने का काम किया था और अपनी कप्तानी में वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के खिलाफ वनडे और जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज में जीत हासिल की थी।
द्रविड ने कहा, ‘मुझे लगता है कि टेस्ट पदार्पण पर शतक लगाने के बाद वह इस प्रारूप में अपना बेहतर प्रदर्शन जारी नहीं रख पाये लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट में उनका योगदान शानदार है। वह उस भारतीय टीम का हिस्सा रहे है जिसने पिछले ढेड दशक में काफी सफलता हासिल की है।'