IPL में कम मिलतें हैं भारतीय कोच को मौके-
पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भारतीय कोचों को अवसर नहीं मिलने पर निराशा व्यक्त की है। उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि हमें कुछ बहुत अच्छे कोच मिले हैं, साथ ही बहुत ही अच्छे लोग भी। मुझे पूरी तरह से उनकी काबिलियत पर भरोसा है। जिस तरह हमारे पास क्रिकेट विभाग में बहुत प्रतिभा है, वैसे ही हमारे पास कोचिंग में भी बहुत प्रतिभा है।" ईएसपीएनक्रिकइंफो ने द्रविड़ के हवाले से बताया। उन्होंने कहा, "हमें उन्हें आत्मविश्वास और समय देने की जरूरत है। मुझे यकीन है कि वे ऐसा करेंगे। यह कभी-कभी मुझे निराश करता है जब हमारे बहुत से लड़कों को आईपीएल में सहायक कोच के रूप में अवसर नहीं मिलते हैं।
द्रविड़ ने उठाया अहम मुद्दा-
द्रविड़ वर्तमान में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के प्रमुख हैं। उनका मानना है कि लीग में भारतीय कोचों का उपयोग करने से टीमों को लाभ मिल सकता है। उन्होंने कहा, "ईमानदारी से, आईपीएल में बहुत सारे भारतीय खिलाड़ी हैं, हमारे कोचों के पास लोकल हालातों की बहुत जानकारी होती है। मुझे लगता है कि बहुत सी टीमें वास्तव में आईपीएल में हमारे कई भारतीय कोचों का उपयोग करने से लाभ उठा सकती हैं। वे भारतीय खिलाड़ियों को जानते हैं। खिलाड़ियों को बेहतर समझते हैं। यहां तक कि सहायक कोच के रूप में बहुत अधिक प्रतिभा और क्षमता है। इसे बस अवसर देने की जरूरत है, और पनपने की जरूरत है।"
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"ट्रिक को मिस कर रही हैं आईपीएल टीमें"
पूर्व बल्लेबाज ने यहां तक कह दिया कि कोचिंग क्षेत्र में अधिक घरेलू प्रतिभाओं का उपयोग नहीं करने से आईपीएल टीमें वास्तव में एक उपयोगी 'चाल' को मिस कर रही हैं। उन्होंने कहा, "हमारे लक्ष्य का एक हिस्सा कोचों के लिए एक कार्यक्रम बनाना है ताकि हम उन्हें कुछ कौशल दे सकें, जिसमें वे विकास कर सकें - और उम्मीद है कि उनको थोड़े उच्च स्तर पर काम करने के अवसर मिलेंगे।" द्रविड़ ने कहा, "मुझे लगता है कि आईपीएल की कई टीमों ने कोचिंग क्षेत्र और प्रतिभा पहचान क्षेत्र में अधिक घरेलू प्रतिभाओं का उपयोग नहीं करके एक चाल को मिस किया, भले ही वह सहायक के रूप में हो। यह मेरी निजी राय है।"