नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान तनावपूर्ण राजनीतिक स्थिति के कारण किसी भी प्रकार की द्विपक्षीय श्रृंखला में शामिल नहीं हुए हैं। दोनों राष्ट्र अब केवल आईसीसी टूर्नामेंट में एक-दूसरे के खिलाफ भिड़ते हैं। हालांकि, हाल ही में पाकिस्तान से एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान निकट भविष्य में फिर से T-20 के रूप में द्विपक्षीय श्रृंखला खेलने के लिए तैयार हैं।
इसी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, BCCI के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने बयान जारी कर कहा कि बोर्ड में ऐसी कोई चर्चा नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत तब तक पड़ोसी राष्ट्र के साथ नहीं खेल सकता है और जब तक कि भविष्य में भारत सरकार द्वारा कोई अनुमति नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा, "बोर्ड के भीतर ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है। पिछले दस वर्षों में हमारा रुख समान रहा है। जब तक हमें सरकार से मंजूरी नहीं मिलती, हम पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं कर सकते हैं।
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रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान क्रिकेट भारत के खिलाफ सीरीज खेलने के लिए तैयार है। प्रशंसकों को हर समय दोनों के बीच मैच देखने के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है। उन्हीं खबरों के बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने भी अपनी राय दी और कहा कि केवल क्रिकेट ही भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में सुधार ला सकता है।
अफरीदी ने कहा था कि पाकिस्तान और भारत के बीच क्रिकेट बहुत महत्वपूर्ण है। खेलों को राजनीति से दूर रखना चाहिए। क्रिकेट की वजह से दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधर सकते हैं। मैंने पहले भी यह कहा है, भारतीय क्रिकेटरों को पाकिस्तान आने में मजा आता है। आप खेल के माध्यम से रिश्तों को बेहतर बना सकते हैं, लेकिन अगर आप उन्हें सुधारना नहीं चाहते हैं, तो वे वैसे ही रहेंगे।
भारत और पाकिस्तान ने ICC विश्व कप 2019 में आखिरी बार एक दूसरे के खिलाफ भिड़े जहां मेन इन ब्लू ने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वियों को हराकर विश्व कप में उनके खिलाफ अजय अभियान जारी रखा था।