इंदौर। विदर्भ की टीम ने फाइनल मुकाबले में 7 बार की चैंपियन टीम दिल्ली को 9 विकेट से हराकर रणजी खिताब पर कब्जा जमा लिया है। विदर्भ के सामने केवल 29 रन का लक्ष्य था और उसने एक विकेट पर 32 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की। मैच के चौथे दिन विदर्भ के 252 रनों की बढ़त के जवाब में दिल्ली टीम 280 पर ऑल आउट हो गई।
विदर्भ को अपनी पहली रणजी ट्रॉफी जीतने के लिए केवल 29 रन बनाने थे, जिस लक्ष्य को टीम ने केवल एक विकेट खोकर हासिल कर लिया। नौवीं बार रणजी फाइनल में खेल रहे मुंबई के पूर्व कप्तान वसीम जाफर ने चौका जड़कर अपने करियर में पहली बार खिताबी मुकाबले में विजयी रन बनाया। विदर्भ की टीम पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी और पहली ही बार चैंपियन बनकर 17वीं ऐसी टीम बन गई है जिसने रणजी का खिताब अपने नाम किया।
Vidarbha win their maiden @Paytm #RanjiTrophy in Indore pic.twitter.com/SJMEr3uJEf
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) January 1, 2018
मैच का हाल
विदर्भ ने टॉस जीतकर दिल्ली को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली की टीम को 295 रन पर आउट कर दिया। रजनीश गुरबानी ने छह विकेट चटकाए। जिसमें उनकी हैट्रिक भी शामिल थी। जवाब में विदर्भ ने अक्षय वालकर (133) के प्रथम श्रेणी मैचों में पहले शतक के दम पर 547 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। दिल्ली की टीम दूसरी पारी में 280 रन पर आउट हो गई। रजनीश गुरबानी को उनके 8 विकेट (6 पहली पारी और 2 दूसरी पारी) के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।