नई दिल्ली: मुकेश कुमार ने कर्नाटक की दूसरी पारी में करियर की सर्वश्रेष्ठ छह विकेट के प्रदर्शन के साथ बंगाल के लिए शानदार काम किया और बंगाल ने अपनी स्टार-विरोधी टीम को 174 रनों से हराकर 13 साल बाद अपना पहला रणजी ट्रॉफी फाइनल टिकट पक्का कर लिया।
मुकेश कुमार भले ही अभी बहुत जाना पहचाना नाम नहीं हैं, लेकिन उन्होंने कर्नाटक की पहली पारी में भारत की ओर से खेलने वाले शानदार बल्लेबाज के एल राहुल को आउट किया था, दूसरी पारी में उन्होंने 6/61 रन बनाए और हीरो बन गए। इसी के साथ बंगाल की पारी चौथी दिन दो घंटे से भी कम समय में ढेर हो गई।
352 रनों के अपने विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए 98 रन पर तीन विकेट खोकर कर्नाटक ने अपने शेष सात विकेट 16.3 ओवरों में 79 रन पर खो दिए। चौथे दिन की कार्यवाही सिर्फ 115 मिनट तक चली।
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बता दें कि इससे पहले 1989-90 में सौरव गांगुली के डेब्यू सीजन के दौरान बंगाल ने अपना पिछला रणजी खिताब जीता था और उसके बाद 2007 में भी बंगाल फाइनल में पहुंचा लेकिन तब 132 रनों से मुंबई ने उसको हरा दिया था।
अब बंगाल का सामना गुजरात और सौराष्ट्र के बीच मैच विजेता से होगा। फाइनल मुकाबला 9 मार्च से राजकोट में खेला जाएगा।
मुकेश कुमार की पिछली बेस्ट फीगर 62 रन देकर 6 विकेट थी। मैच का सारांश में स्कोर इस प्रकार रहा-
बंगाल ने 312 और 161 रन बनाए जबकि कर्नाटक ने 122 और 177 रन बनाए। 177 रनों के दौरान यह टीम 55.3 ओवरों में ऑल-आउट हो गई। इस दौरान देवदत्त पाड्डिक्कल ने 62 रनों का योगदान दिया जबकि गेंदबाजी में मुकेश कुमार ने बंगाल की ओर से 61 रन देकर 6 विकेट लिए।