नई दिल्ली। क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें आप अनुमान नहीं लगा सकते कि कब क्या हो जाएगा। रणजी ट्राॅफी का फाइनल राजकोट में बंगाल तथा सौराष्ट्र के बीच खेला गया। इस मैच के दाैरान एक ऐसी घटना दखने को मिली जिसने एक समय सबको सोच में डाल दिया कि आखिर हुआ क्या। दरअसल, बंगाल के बल्लेबाज को सौराष्ट्र के गेंदबाज ने इस तरीके से रन आउट किया कि जिसका वीडियो बीसीसीआई ने भी जारी कर दिया। बल्लेबाज खड़ा होकर सोचता ही रह गया और विपक्षी टीम उसे रन आउट का जश्न मनाने लग पड़ी।
हुआ कुछ ऐसा कि बंगाल की पारी के 153वें ओवर में बल्लेबाज आकाशदीप को जयदेव उनादकट ने अपनी चालाकी से रन आउट कर दिया। हुआ ये था कि ओवर की आखिरी गेंद पर आकाशदीप चकमा खा गए और गेंद विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के पास चली गई। साहा उन्हें रन आउट करने के लिए विकेट पर थ्रो किया लेकिन विकेटकीपर का यह थ्रो विकेट पर नहीं लगा लेकिन अगले ही पल गेंदबाजी कर रहे उनादकट ने बॉल पकड़कर विकेट पर मार दी। वहीं आकाशदीप खड़े होकर अपना पैर देख रहे थे कि वो अंदर ही हैं। लेकिन उनका पैर क्रीज के बाद था। मामला थर्ड अंपायर के पास पहुंचा तो आकाशदीप को अंपायर ने आउट करार दिया। इस प्रकार लगातार दो प्रयास करने से बल्लेबाज को रन आउट किया जा सका।
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बता दें कि सौराष्ट्र ने शुक्रवार को फाइनल में बंगाल को पहली पारी में हासिल की गई बढ़त के आधार पर पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया है। सौराष्ट्र ने अपनी पहली पारी में 425 रन बनाए थे, जवाब में बंगाल अपनी पहली पारी में सिर्फ 381 रनों पर ढ़ेर हो गई थी।दूसरी पारी में वो 44 रनों की बढ़त के साथ उतरी थी. मैच के आखिरी और पांचवें दिन का सौराष्ट्र ने चार विकेट के नुकसान पर 105 रन बना अपनी बढ़त को और मजबूत कर लिया और अंतत: पहली बार रणजी ट्रॉफी विजेता की ट्रॉफी उठाई। सौराष्ट्र तीन बार पहले भी फाइनल में पहुंची थी लेकिन एक भी बार खिताब नहीं जीत सकी थी। सौराष्ट्र को 2012-13 में मुंबई ने , 2015-16 में मुंबई ने ही और पिछले सीजन विदर्भ ने रणजी ट्रॉफी विजेता बनने से रोक दिया था।