लगाए खूब चाैके-छक्के
उत्तर प्रदेश ने पहली पारी में 8 विकेट खोकर 625 रन बना डाले थे। जवाब में मुंबई के 3 विकेट महज 48 रनों पर गिर गए, लेकिन सरफराज ने मोर्चा संभालते हुए मैच को ड्रा की ओर खींच दिया। सरफराज ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना पहला तिहरा शतक जड़ा। उन्होंने 30 चाैकों व 8 छक्कों की मदद से 391 गेंदों में नाबाद 301 रन बना डाले, जिसकी बदाैलत मैच ड्रा पर समाप्त हुआ। सरफराज का यह प्रथम श्रेणी का दूसरा शतर था जो तिहरे शचत में तब्दील हो गया।
सहवाग के स्टाइल में ठोका तिहरा शतक
सरफराज ने पूर्व भारतीय क्रिकेट वीरेंद्र सहवाग के स्टाइल में छक्का लगाते हुए तिहरा शतक पूरा किया। सरफराज ने छठे नंबर पर आकर तिहरा शतक ठोका। इसी के साथ वह छठे नंबर पर आकर यह करिश्मा करने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। उनसे पहले करूण नायर ने कर्नाटका की तरफ से खेलते हुए 2015 में रणजी ट्राॅफी के फाइनल में तमिलनाडु के खिलाफ छठे नंबर पर आकर 560 गेंदों में 328 रनों की पारी खेली थी।
ऐसा करने वाले मुंबई के 8वें बल्लेबाज
इसके अलावा सरफराज मुंबई के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले 8वें बल्लेबाज भी बने हैं। विजय मर्चेंट ने 31 दिसंबर 1943 को पहली बार मुंबई के लिए तिहरा शतक जड़ा था। उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ नाबाद 359 रनों की पारी खेली थी। सरफराज अब 14 प्रथम श्रेणी मैच खेल चुके हैं जिसमें वह 52.83 की एवरेज से 951 रन बना चुके हैं। इस पारी के साथ सरफराज ने भी टीम में जगह बनाने की दावेदारी रख दी है।
IPL में कोहली के थे फेरवेट
बता दें कि सरफराज की पहचान कोहली ने ही दुनिया के सामने लाई थी जब साल 2015 के आईपीएल में उन्हें टीम के साथ जोड़ा था। सरफराज ने राॅयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के लिए 2015 में खेले 13 मैचों में 111 रन बनाए थे। उन्हें छठे नंबर पर उतारा जाता था, लेकिन महत्तवपूर्ण मैचों में वह चल नहीं सके। कोहली ने उन्हें 2016 में भी टीम में रखा। 2017 का सीजन वो खेल नहीं सके। इसके बाद 2018 में एक बार फिर कोहली ने उनपर भरोसा जताते हुए अपने साथ जोड़ा। इस दाैरान वह 7 मैचों में 51 रन ही बना सके। इसके बाद कोहली भी उन्हें टीम से बाहर करने पर मजबूर हो गए और 2019 में सरफराज किंग्स इलेवन पंजाब का हिस्सा बन गए।