इस घटना के पीछे हो सकता है अजहरुद्दीन का हाथ
उल्लेखनीय है कि जिम्बाब्वे के पूर्व खिलाड़ी ग्रांट फ्लावर ने साल 2014 से लेकर 2019 तक पाकिस्तान के बल्लेबाजी कोच की भूमिका निभाई थी। हाल ही में एक चैट शो के दौरान उन्होंने इस घटना का खुलासा किया था। वहीं राशिद लतीफ ने एक यूट्यूब चैनल के शो 'कॉट बिहाइंड' में शिरकत करते हुए कहा कि हम नहीं जानते कि ड्रेसिंग रूम में वाकई में क्या हुआ था।
उन्होंने कहा, ‘हम नहीं जानते कि ड्रेसिंग रूम में क्या होता है। अजहरुद्दीन इसका एक कारण हो सकते हैं। 2016 में यूनिस ने ओवल में दोहरा शतक बनाया था। तब उन्होंने बल्लेबाजी कोच (ग्रांट फ्लावर) का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा था कि मैं संघर्ष कर रहा था और तब मैंने अजहरुद्दीन से बात की थी।'
अजहरुद्दीन फोबिया के चलते फ्लॉवर बना रहे कहानी
लतीफ ने इस घटना पर आगे बात करते हुए कहा कि एक कोच के लिये यह बड़ा झटका होता है कि कोई खिलाड़ी उसके बजाय किसी और किसी और से बात कर रहा है, शायद यही कारण है कि फ्लॉवर इस घटना को ऐसे बयान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह एक बड़ा कारण हो सकता है क्योंकि एक खिलाड़ी कोच के बजाय किसी और का चयन कर रहा है। फ्लावर ने बल्लेबाजी कोच के रूप में निश्चित ही चीजें की होंगी और पाकिस्तान की सेवा की। मुझे लगता है कि यह अजहरुद्दीन फैक्टर उनके (फ्लावर) दिमाग में कहीं न कहीं रहा होगा।'
जानें क्या बोले थे ग्रांट फ्लॉवर
गौरतलब है कि हाल ही में ग्रांट फ्लावर ने अपने भाई एंडी फ्लॉवर और नील मैंथोर्प के चैट शो में बात करते हुये इसका खुलासा किया था। फ्लॉवर के अनुसार कोच आर्थर नहीं होते तो वहां कुछ भी हो सकता था। मिकी ऑर्थर ने भी इस घटना की पुष्टि तो की लेकिन घटना का विवरण देने से इंकार कर दिया था।
उन्होंने कहा था, ‘यूनिस खान को सिखाना काफी मुश्किल रहा। मुझे ब्रिसबेन की एक घटना याद है। टेस्ट मैच के दौरान सुबह नाश्ते की टेबल पर मैंने उसे कुछ बल्लेबाजी सलाह देने की कोशिश की, लेकिन उसे मेरी सलाह अच्छी नहीं लगी और वह चाकू मेरी गर्दन तक ले आया, मिकी आर्थर साथ ही बैठे थे। उस वक्त उन्हें बीच बचाव के लिए आना पड़ा।'