1983 की टीम का युवा और उर्जावान चेहरा थे रवि शास्त्री-
शास्त्री उस टीम का युवा हिस्सा थे और वर्तमान में भारतीय कोच शास्त्री उस जीत को लेकर जब भी बात करते हैं तो फख्र और विश्वास उनके चेहरे पर दिखता हैं।
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25 जून के दिन सोशल मीडिया पर इस जीत को एक बार फिर से ऐसे याद किया गया है जैसे ये आज का जीवंत क्षण है और हमारे रोंगटे अब भी इस बात को याद कर खड़े हैं कि हम आज विश्व चैम्पियन बने थे। निश्चित तौर पर भारत ने 2011 का भी विश्व कप इसके बाद जीता लेकिन इसकी नींव 1983 की जीत ने ही रखी थी। इसी बीच 2011 विश्व कप की जीत के हीरो रहे युवराज सिंह ने भी उस ऐतिहासिक क्षण की 37वी वर्षगाठ को याद किया।
युवी ने किया 1983 जीत पर ट्वीट-
युवी ने ट्वीट करते हुए लिखा-
ये एक राष्ट्रीय गर्व का क्षण है, हमारे सीनियर्स ने आज ही के दिन 1983 का विश्व कप खिताब उठाया था। 1983 की टीम के सभी सदस्यों को मुबारक हो। आपने हमको 2011 में इसी तरह की जीत के लिए बैंचमार्क सेट करके दिया। मैं भारत को सभी प्रकार के खेलों में वर्ल्ड चैम्पियन बनते हुए देखना चाहता हूं।
निश्चित तौर पर युवी का ट्वीट शानदार था लेकिन इसके साथ ही एक पुराना हिसाब सामने आकर उभर गया जिसको चुकाने का भरपूर मौका रवि शास्त्री के सामने था।
हेड कोच को मिला पुराना हिसाब चुकता करने का मौका-
दरअसल हुआ यह था कि भारत इस साल अप्रैल की शुरुआत में 2011 वर्ल्ड की जीत की 9वीं वर्षगाठ मना रहा था। भारतीय टीम के हेड कोच रवि शास्त्री ने भी इस पल को संजोते हुए एक पोस्ट शेयर किया लेकिन इस ट्वीट में केवल सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली को टैग किया। उन्होंने मैन ऑफ द सीरीज युवराज को टैग नहीं किया।
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युवराज को शास्त्री का यह अंदाज ज्यादा नहीं भाया और उन्होंने शास्त्री को याद दिलाया कि वे और एमएस धोनी भी उस टीम का हिस्सा थे। ऐसे में युवराज ने हेड से मस्ती में आग्रह किया कि वे उन्हें और धोनी को भी टैग कर सकते हैं।
अब शास्त्री ने कहा- आप मुझे भी टैग कर सकते हो
बाद में, रवि शास्त्री ने युवराज को एक करारा जवाब भी दिया और कहा कि जब वह विश्व कप जीतने की बात करते हैं तो वह कोई जूनियर नहीं है। भारत के कोच ने कहा, "जब विश्व कप की बात आती है, तो आप कोई जूनियर नहीं हैं। तुस्सी लीजेंड हो
अब शास्त्री ने 1983 की जीत पर ठीक इसी अंदाज में युवराज से सवाल किया है क्योंकि युवराज ने भी अपनी पोस्ट में किसी को टैग नहीं किया है। ऐसे में शास्त्री ने चुटकी लेते युवराज की पोस्ट पर कहा-
थैंक्स, जूनियर। आप मुझे और कपिल को भी टैग कर सकते हो।
शास्त्री के ह्यूमर को देख युवी बोले- पाजी आप लीजेंड हो
शास्त्री के इस ट्वीट को देखकर युवराज तुरंत इसका मतलब और कनेक्शन समझ गए। उन्होंने शास्त्री के ह्यूमर को सलाम ठोकते हुए हंसते हुए लिखा-
हाहाहाहा सीनियर। आप मैदान और उसके बाहर एक लीजेंड हो। कपिल पाजी तो एक अलग ही लीग के खिलाड़ी थे।
वैसे आपको बता दें कि शास्त्री विश्व कप 1983 की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे। उस मुकाबले में जो टीम खेली थी वह इस प्रकार है- भारत के विश्व कप फाइनल में प्लेइंग इलेवन में सुनील गावस्कर, के श्रीकांत, मोहिंदर अमरनाथ, यशपाल शर्मा, एसएम पाटिल, कपिल देव (सी), कीर्ति आजाद, रोजर बिन्नी, मदन लाल, सैयद किरमानी और बलविंदर संधू शामिल थे।