नई दिल्ली। आईसीसी विश्व कप 2019 के फाइनल में जिस तरह से न्यूजीलैंड को हार मिली वो शायद ही कोई कप्तान सहन कर सके। लेकिन केन विलियमसन ने जिस तर से धैर्य दिखाया है वो काबिलेतारीफ है। जहां दुनियाभर में आईसीसी नियम की आलोचना की जा रही है वहीं विलियमसन ने नियम का पालन करते हुए मुस्कुराकर हार स्वीकार की। विलियमसन के इस व्यवहार की भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी जमकर तारीफ की है।
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शास्त्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'घटनाओं को होता देख आपने जो धैर्य और प्रतिष्ठा दिखाई वो बेहतरीन थी। मैच के 48 घंटे बाद भी आपने जो शिष्टता और शांति दिखाई वह लाजवाब है। हम जानते हैं कि आपका एक हाथ विश्व कप पर ही है।' न्यूजीलैंड की टीम लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंची थी लेकिन इस बार भी वह जीत हासिल नहीं कर सकी। पिछली बार 2015 विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने उसे मात दी थी।
Your composure and dignity viewing the sequence of events was remarkable. Your dignified grace and silence 48 hours since is simply remarkable. We know you have one hand on that WC. You not just Kane. You Kane and Able. God bless. #CWC19 pic.twitter.com/cLS4cabttu
— Ravi Shastri (@RaviShastriOfc) July 16, 2019
बता दें कि फाइनल में पहले 50 ओवर का मैच टाई हुआ। मैच सुपरओवर तक गया जहां फिर दोनों टीमों ने बराबर 15-15 रन बनाए लेकिन अंत में आईसीसी के नए नियम के चलते कीवी टीम इंग्लैंड से कम बाउंड्रीज लगाने के कारण विश्व कप से हाथ धो बैठी। इंग्लैंड द्वारा पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब जीतने के बाद मेजबान टीम का जोश हाई है लेकिन फाइनल के रिजल्ट के बाद न्यूजीलैंड की मीडिया समेत क्रिकेट के कई दिग्गज चौकों-छक्के के आधार पर मेजबान टीम की जीत की आलोचना कर रहे हैं। न्यू जीलैंड की मीडिया में इसे अपनी टीम के साथ 'छल' बताया है। कई पूर्व खिलाड़ियों ने भी आईसीसीज के नियम को 'हास्यास्पद' करार दिया है।
अगर न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की तरफ से लगती बराबर बाउंड्री तो कौन जीतता विश्व कप फाइनल?