वनडे नहीं सिर्फ टी20 खेलेंगे एमएस धोनी
वहीं धोनी के अंतर्राष्ट्रीय भविष्य को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर जवाब देते हुए मुख्य कोच ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वह वनडे क्रिकेट जैसे बड़े फॉर्मे को झेल पाने में सक्षम हैं।
शास्त्री ने कहा कि यह सिर्फ धोनी ही जानते हैं कि ब्रेक से लौटने के बाद उनका शरीर अंतर्राष्ट्रीय वनडे क्रिकेट की कठोरता का सामना करने के लिये तैयार है या नहीं।
एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में शिरकत करते हुए रवि शास्त्री ने कहा,' धोनी का ब्रेक पर जाना एक समझदारी भरा निर्णय है। मुझे इंतजार है कि वह दोबारा कब खेलना शुरु करेगा। हालांकि मुझे लगता है कि वह शायद आईपीएल के आस-पास ही दोबारा मैदान पर उतरेंगे और मुझे नहीं लगता कि तब वह वनडे क्रिकेट खेलने को लेकर बहुत उत्सुक नजर आयेंगे। वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं।'
टी20 विश्व कप में टीम का हिस्सा बन सकते हैं धोनी
रवि शास्त्री ने टी20 विश्व कप पर बात करते हुए कहा कि हमारे पास ऋषभ पंत के साथ केएल राहुल और महेंद्र सिंह धोनी के रूप में अच्छे विकेटकीपिंग ऑप्शन उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा,' मुझे नहीं लगता कि धोनी वापसी करने के बाद वनडे खेलने को उत्सुक नजर आयेंगे। ऐसे में टी20 ही एक मात्र विकल्प बचता है। यह प्रारूप पूरी तरह से उसके अनुकूल है। लेकिन यह धोनी को ही तय करना होगा कि क्या उनका शरीर उन कड़ी चुनौतियों का सामना कर पाएगा।'
के एल राहुल भी कर सकते हैं विकेटकीपिंग
केएल राहुल के बारे में बात करते हुए रवि शास्त्री ने कहा कि वह एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं क्योंकि वह आईपीएल के अलावा कर्नाटक के लिये भी घरेलू क्रिकेट में विकेटकीपिंग करते हैं।
यह पूछने पर कि क्या राहुल विकल्प होगा, शास्त्री ने कहा, 'बेशक वह विकल्प होगा। आपको देखना होगा कि आपका मजबूत पक्ष क्या है। कल मध्यक्रम में ऐसे कुछ खिलाड़ी हो सकते हैं जो आईपीएल में अविश्वसनीय पारियां खेलें। इसके अलावा अगर आपके पास कोई ऐसा खिलाड़ी है जो कई काम कर सकता है, जिसे शीर्ष क्रम में उतारा जा सकता है क्योंकि उसके बाद उम्दा बल्लेबाज हैं जो बेहद अच्छा कर रहे हैं तो फिर क्यों नहीं।'
ऋषभ पंत को धैर्य की दरकार
पिछले कुछ समय से लगातार फॉर्म से जूझ रहे ऋषभ पंत को लेकर रवि शास्त्री ने धैर्य रखने की सलाह दी।
यह पूछने पर कि वह पंत से क्या उम्मीद करते हैं, शास्त्री ने कहा, 'आपको फायदा उठाना होगा। आपकी बल्लेबाजी ठोस होनी चाहिए। आप यह नहीं सोच सकते कि पहली ही गेंद से वह हो जाए जो आप चाहते हैं। नहीं, ऐसा नहीं होगा। खेल आपको सिखाता है। पागलपन की भी एक प्रक्रिया है और आपको यह प्रक्रिया सीखनी होगी।'