नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री अक्सर सोशल मीडिया के निशाने पर नजर आते हैं। इस बीच कई ऐसी खबरें भी आई जिसमें यह दावा किया गया कि टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष सौरभ गांगुली के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। इस सवाल पर हाल ही में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने सफाई देते हुए कहा था कि यह सब सिर्फ एक अफवाह है। जिसके बाद जब शनिवार को मुख्य कोच रवि शास्त्री एक टीवी चैनल के निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे तो वहां पर उनसे यह सवाल किया गया। जिस पर भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री ने कहा कि वह बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली की काफी इज्जत करते हैं और जिसे यह बात हजम नहीं होती वह भाड़ में जा सकता है।
रवि शास्त्री ने कहा, 'मीडिया हमेशा सौरभ गांगुली-रवि शास्त्री की बात करती है। उनके रिश्तों में खटास की बात करती है। यह सब मीडिया के लिए चाट और भेलपुरी पर लगने वाले मिर्च मसाले की तरह है।'
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भारतीय कोच ने कहा, 'सौरव गांगुली ने बतौर क्रिकेटर देश के लिये जो कुछ भी किया मैं उसका काफी सम्मान करता हूं। उन्होंने भारतीय टीम की कमान उस वक्त संभाली जब टीम मैच फिक्सिंग जैसी घटना के कठिन प्रकरण के दौर से गुजर रही थी। आपको वापसी के लिए लोगों का भारोसा चाहिए होता है और मैं उसका सम्मान करता हूं। और अगर कोई इसका सम्मान नहीं करता है तो मुझे उसकी कोई परवाह नहीं।'
गौरतलब है कि रवि शास्त्री और सौरव गांगुली के बीच मतभेद को लेकर बात पहली बार साल 2016 में खुले रूप से सबके सामने आये थे जहां पर कोच पद के लिये रवि शास्त्री ने आवेदन किया था लेकिन सौरव गांगुली की अध्यक्षता वाली सीएसी (क्रिकेट सलाहकार समिति) ने अनिल कुंबले को चुना था।
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रवि शास्त्री ने 3 साल तक बिना बीसीसीआई के खेलने को लेकर अनूठा अनुभव बताया और एक बार फिर से बीसीसीआई की वापसी पर बधाई दी।
उन्होंने कहा, 'सौरभ गांगुली का बीसीसीआई अध्यक्ष बनना काफी शानदार बात थी, क्योंकि इसके साथ बीसीसीआई एक बार फिर से अस्तित्व में आ गया है और मैं इस बात से रोमांचित हूं। हम तीन साल तक बिना बीसीसीआई के खेले हैं।'